- मॉडल स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाई फ्री
- कक्षा 9 में प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमीशन देने की तैयारी
- दूसरे निजी विद्यालयों से होगी टक्कर
- पूर्व कमिश्नर व पूर्व चेयरमैन को दी गई जिम्मेदारी
सीबीएसई बोर्ड से संचालित होने वाले मॉडल स्कूलों के खुलने से उन अभिभावकों को काफी हद तक अवैध फीस वसूली से निजात मिलेगी जो मजबूरीवश अधिक फीस देकर अपने बच्चों को निजी विालयों में पढ़वा रहे हैं। हालांकि शुरुआती दौर में मॉडल स्कूलों के लिए निजी विद्यालयों के सामने खड़े होना चुनौती भरा होगा।