Friday, November 7, 2014

टीईटी काउंसलिंग में सीटों का गोलमाल?




Publish Date:Thu, 06 Nov 2014 06:19 PM (IST) | Updated Date:Thu, 06 Nov 2014 06:19 PM (IST)



टीईटी काउंसलिंग में सीटों का गोलमाल?



सहारनपुर/चिलकाना : शुरू होने के साथ ही टीईटी-2011 में गड़बड़ी शुरू हो गई थी। चयन प्रक्रिया परवान चढ़ने में फिर गोलमाल की बू आई है। सामान्य महिला वर्ग की घोषित रिक्त सीटों के भरे जाने की सूचना पर अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। बाद में फीडिंग इंचार्ज ने अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र जमा कर उन्हें शांत किया।



इन दिनों राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), लखनऊ की टीईटी-2011 की चयन प्रक्रिया में तृतीय काउंसलिंग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में चल रही है। दो दौर की काउंसलिंग में सीटें रिक्त रह जाने के कारण एससीईआरटी को तृतीय चरण की काउंसलिंग करानी पड़ी है। घोषित कार्यक्रम के मुताबिक विभिन्न वर्गों की 5 नवंबर से आरंभ हुई काउंसलिंग 13 नवंबर तक चलेगी। आरक्षित वर्गो की रिक्त सीटों के सापेक्ष 20 गुना तथा अन्य के लिए 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।



गुरु वार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, पटनी में महिला अनारक्षित कला वर्ग की रिक्त पांच सीटों के सापेक्ष 50 अभ्यर्थी पहुंचे थे। डायट प्राचार्य की गैर मौजूदगी में फीडिंग इ्रंचार्ज आदित्य नारायण ने रिक्त पांच सीटें सामान्य महिला वर्ग की होने के बजाए विशेष आरक्षण की बताते हुए काउंसलिंग से मना कर दिया। अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों के कई बार आग्रह के बावजूद काउंसलिंग न होने पर अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। आरोप है कि कक्ष से अभ्यर्थियों को धक्का देने के प्रयास पर मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। काफी देर तक चले हंगामे के बाद दोपहर बाद फीडिंग इंचार्ज ने अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र जमा कर काउंसलिंग की औपचारिकता की। अधिकतर अभ्यर्थी एससीईआरटी की गलत सूचना से परेशान होकर लौट चुके थे। मेरठ से आई अभ्यर्थी प्रियंका शर्मा, मुजफ्फरनगर की अंजलि महाजन व मन्नू बंसल आदि ने डायट अधिकारियों को जमकर कोसा। उनका कहना था कि विभाग ने गलत सूचना देकर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया है। मामले में वे चुप नही बैठेंगे, बल्कि मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे। काउंसलिंग में अधिकतर अभ्यर्थी दूसरे जिलों से आए थे जो विभाग की गलत सूचना से मायूस होकर लौट गए तथा वे दूसरे डायट की काउंसलिंग पर जाने से वंचित रह गए। उधर, काउंसलिंग के दौरान प्रभारी डायट प्राचार्य व जिला विद्यालय निरीक्षक आरके तिवारी तथा बीएसए विनय कुमार के अवकाश पर होने के कारण एबीएसए लक्ष्मीकांत पर चार्ज था, मगर वह भी नदारद रहे।



- सीटें फुल होने की सूचना पर काटा हंगामा



- एससीईआरटी ने जारी की थी रिक्त सीटें



सहारनपुर/चिलकाना : शुरू होने के साथ ही टीईटी-2011 में गड़बड़ी शुरू हो गई थी। चयन प्रक्रिया परवान चढ़ने में फिर गोलमाल की बू आई है। सामान्य महिला वर्ग की घोषित रिक्त सीटों के भरे जाने की सूचना पर अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। बाद में फीडिंग इंचार्ज ने अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र जमा कर उन्हें शांत किया।



इन दिनों राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), लखनऊ की टीईटी-2011 की चयन प्रक्रिया में तृतीय काउंसलिंग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में चल रही है। दो दौर की काउंसलिंग में सीटें रिक्त रह जाने के कारण एससीईआरटी को तृतीय चरण की काउंसलिंग करानी पड़ी है। घोषित कार्यक्रम के मुताबिक विभिन्न वर्गों की 5 नवंबर से आरंभ हुई काउंसलिंग 13 नवंबर तक चलेगी। आरक्षित वर्गो की रिक्त सीटों के सापेक्ष 20 गुना तथा अन्य के लिए 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।



गुरु वार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, पटनी में महिला अनारक्षित कला वर्ग की रिक्त पांच सीटों के सापेक्ष 50 अभ्यर्थी पहुंचे थे। डायट प्राचार्य की गैर मौजूदगी में फीडिंग इ्रंचार्ज आदित्य नारायण ने रिक्त पांच सीटें सामान्य महिला वर्ग की होने के बजाए विशेष आरक्षण की बताते हुए काउंसलिंग से मना कर दिया। अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों के कई बार आग्रह के बावजूद काउंसलिंग न होने पर अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। आरोप है कि कक्ष से अभ्यर्थियों को धक्का देने के प्रयास पर मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। काफी देर तक चले हंगामे के बाद दोपहर बाद फीडिंग इंचार्ज ने अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र जमा कर काउंसलिंग की औपचारिकता की। अधिकतर अभ्यर्थी एससीईआरटी की गलत सूचना से परेशान होकर लौट चुके थे। मेरठ से आई अभ्यर्थी प्रियंका शर्मा, मुजफ्फरनगर की अंजलि महाजन व मन्नू बंसल आदि ने डायट अधिकारियों को जमकर कोसा। उनका कहना था कि विभाग ने गलत सूचना देकर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया है। मामले में वे चुप नही बैठेंगे, बल्कि मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे। काउंसलिंग में अधिकतर अभ्यर्थी दूसरे जिलों से आए थे जो विभाग की गलत सूचना से मायूस होकर लौट गए तथा वे दूसरे डायट की काउंसलिंग पर जाने से वंचित रह गए। उधर, काउंसलिंग के दौरान प्रभारी डायट प्राचार्य व जिला विद्यालय निरीक्षक आरके तिवारी तथा बीएसए विनय कुमार के अवकाश पर होने के कारण एबीएसए लक्ष्मीकांत पर चार्ज था, मगर वह भी नदारद रहे।

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