Updated on: Sat, 07 Dec 2013 06:22 PM (IST)
मैनपुरी, भोगांव: बीटीसी चयन प्रक्रिया में शासन स्तर से हो रही लेटलतीफी से आवेदकों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। दिसंबर का पहला सप्ताह बीतने के बावजूद अभी तक शासन ने ऑनलाइन जनपदवार विकल्प भरने के लिए वेबसाइट का लॉक नहीं खोला है। इसके चलते चयन प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। शासन स्तर से अग्रिम कार्रवाई के संबंध में कोई दिशा-निर्देश न आने से डायट प्रशासन भी आवेदकों को कोई ठोस जवाब नहीं दे पा रहा है।
इस वर्ष बीटीसी चयन प्रक्रिया में शासन स्तर से कई बदलाव हुए थे। इन बदलावों के बाद कयास लगाया जा रहा था कि शायद अब इस प्रक्रिया में होने वाले हेरफेर और आवेदकों को लेट लतीफी से निजात मिल जायेगी। ऑनलाइन आवेदन लेने के बाद शासन स्तर से जारी हुई कट ऑफ मेरिट सूची के चयनितों को 28 अक्टूबर से 9 नवम्बर तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर चली काउंसिलिंग प्रक्रिया में सम्मिलित होने के लिए बुलाया गया था। काउंसिलिंग में भाग लेने के बाद विभिन्न वर्गो के आवेदकों को 18 से 24 नवम्बर तक वरीयता क्रम में 10 जनपदों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन विकल्प भरने का कार्यक्रम प्रस्तावित था। जो प्रक्रिया 18 नवम्बर से शुरू होनी थी वह दिसम्बर का पहला सप्ताह बीतने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है। ऑनलाइन विकल्प भरने के लिए इंतजार कर रहे आवेदक हर रोज राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की बेवसाइट को लॉगिन करने के लिए सारे जतन कर रहे है। लेकिन कुछ जनपदों में काउंसिलिंग व अन्य प्रक्रियाओं में हुई देरी के चलते एससीईआरटी ने अपनी बेवसाइट लॉक कर दी है। पहले कयास लगाये जा रहे थे कि शायद दिसम्बर के प्रथम सप्ताह तक ऑनलाइन जनपदवार विकल्प भरने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी। लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हो सका है और शासन स्तर से अग्रिम कार्रवाई के सम्बन्ध में कोई तिथि नियत न होने से आवेदकों में निराशा का आलम है। हर रोज आवेदक डायट पर पहुंचकर इस संबंध में जानकारी जुटा रहे है। लेकिन यहां से भी उन्हें कोई ठोस जबाव न मिलने से उनमें मायूसी है। डायट प्राचार्य आरएस बघेल के मुताबिक कार्यक्रम में अब तक की हुई देरी के चलते प्रवेश प्रक्रिया अगले वर्ष जनवरी तक पूर्ण हो पाएंगी। एससीईआरटी से निर्देश मिलते ही अग्रिम कार्रवाइयां प्रारम्भ कर दी जायेंगी।
1140 में 800 की सूची गई शासन को
इस बार बीटीसी में प्रवेश के लिए डायट पर विभिन्न वर्गो के 1140 आवेदकों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था। जिसमें से 901 आवेदक उपस्थित रहे थे। बाद में जांच के दौरान डायट प्राचार्य के नेतृत्व वाली चयन समिति ने 100 आवेदकों के अभिलेखों में गड़बड़ी और हेरफेर के चलते उन्हें शासन को भेजी गई सूची में स्थान नहीं दिया था। शासन को प्रेषित सूची में शामिल आवेदकों को एससीईआरटी के नए निर्देशों का बेसब्री से इंतजार है।
See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
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