Tuesday, December 3, 2013

मांगें पूरी नहीं होने से रोष


उन्नीस को सड़कों पर उतरेंगे शिक्षा मित्र
•अमर उजाला ब्यूरो
संभल। अपनी मांग के समर्थन में शिक्षा मित्र 19 दिसंबर को अस्थायी मुख्यालय बहजोई के सामने प्रदर्शन करेंगे। शिक्षामित्रों का आरोप है कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद शिक्षा मित्रों को टीईटी से मुक्त करने का शासनादेश जारी नहीं किया गया है।
आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन की शेर खां सराय में इमरान तुर्की के आवास पर आयोजित बैठक में जिलाध्यक्ष श्रीराम सैनी ने कहाकि मुख्यमंत्री ने सूबे के 1.73 लाख शिक्षा मित्रों में 60 लाख बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि बीटीसी प्रशिक्षण के बाद बिना टीईटी के उन्हें सहायक अध्यापक पदों पर समायोजित किया जाएगा लेकिन अभी तक शासनादेश जारी नहीं किया गया है। कहा कि संभल में भी जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा। लोक सभा चुनाव में भी सपा का विरोध करेंगे। इसमें महिलाल यादव, वीरपाल यादव, शफीक, अंकित सक्सेना, अनेश राघव, जावेद अहमद, ताहिर हुसैन, नासिर, फरजाना, रुबिना, आफताब आदि रहे। संचालन सलमान तुर्की ने किया।

See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

बेसिक शिक्षकों की स्थानान्तरण / समायोजन नीति, 2012

बेसिक शिक्षकों की स्थानान्तरण / समायोजन नीति, 2012








See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

शिक्षा मित्र जहां पढ़ा रहे वहीं बनेंगे शिक्षक : नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव तैयार

  •  टीईटी के विकल्प पर भी हो रहा विचार

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षा मित्रों को उसी स्कूल में शिक्षक बनाने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली में इसका प्रावधान किया जा रहा है। रही बात टीईटी की अनिवार्यता की तो इसके विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है, तकि शिक्षा मित्रों के शिक्षक बनने की राह आसान हो सके।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 1.70 लाख शिक्षा मित्र हैं। राज्य सरकार इनको दो वर्षीय पत्राचार बीटीसी का प्रशिक्षण देकर शिक्षक बनाना चाहती है। पहले चरण के शिक्षा मित्रों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं भी हो चुकी हैं। सरकार के सामने इन शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने की सबसे बड़ी चुनौती है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कक्षा 8 तक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इसके आधार पर ही नियमावली संशोधन का प्रस्ताव तैयार किया है।
शिक्षा मित्र टीईटी देने को तैयार नहीं है। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग बीच का रास्ता निकालना चाहता है। इसमें भाषा टीईटी कराई जा सकती है या राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से अनुमति लेकर इन्हें टीईटी में छूट दी जा सकती है। रही बात हाईकोर्ट के आदेश की तो एनसीटीई से अनुमति के बाद राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ विशेष अनुज्ञा याचिका दाखिल करने पर विचार करेगी। पर बेसिक शिक्षा विभाग ने यह तय कर लिया है कि शिक्षा मित्रों को उसी स्कूल में शिक्षक बनाया जाएगा जहां वे मौजूदा समय पढ़ा रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि शिक्षक बनने के बाद ये दूसरे जिलों में स्थानांतरण का दबाव न बनाएं।


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

Monday, December 2, 2013

शिक्षक भर्ती पर टीईटी पास अभ्यर्थियों में दो फाड़



शैक्षिक मेरिट पर भर्ती के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
लखनऊ (ब्यूरो) प्राइमरी स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती को लेकर टीईटी पास बीएड अभ्यर्थियों में दो फाड़ हो गया है। एक गुट टीईटी मेरिट पर भर्ती चाहता है तो दूसरा शैक्षिक मेरिट पर। शैक्षिक मेरिट से भर्ती की मांग को लेकर एक गुट की बैठक रविवार को लक्ष्मण मेला मैदान में हुई। तय किया गया कि इस मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खट-खटाया जाएगा।
72,825 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया नवंबर 2011 में शुरू की गई थी, लेकिन कभी टीईटी तो कभी शैक्षिक मेरिट के आधार पर भर्ती संबंधी आदेशों के चलते भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि भर्ती टीईटी मेरिट पर की जाए। वहीं, शैक्षिक मेरिट समर्थक संघ के अध्यक्ष प्रवीण प्रभात ने कहा है कि टीईटी मेरिट पर भर्ती हुई तो इसमें कई बधाएं आएंगी।
 


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

टीईटी पास अभ्यार्थियों के साथ अन्याय : भाजपा



लखनऊ। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज मिश्र ने आरोप लगाया है कि टीईटी उत्तीर्ण हजारों अभ्यार्थियों के साथ सपा सरकार घोर अन्याय कर रही है। हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद चयन प्रक्रिया में विलंब किया जा रहा है। इन अभ्यर्थियों के लिए 31 मार्च 2014 तक का समय बहुत महत्वपूर्ण है। नियम के अनुसार इसके बाद बीएड डिग्री धारक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्राइमरी शिक्षा में नियुक्ति के हकदार नहीं होंग।
 


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

बीटीसी की बढ़ेंगी 11 हजार और सीटें : 225 निजी कॉलेजों को संबद्धता देने की तैयारी

  • बीटीसी की बढ़ेंगी 11 हजार और सीटें 
  • 225 निजी कॉलेजों को संबद्धता देने की तैयारी  
  • राज्य समिति की बैठक के लिए शासन से अनुरोध

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीटीसी करने वालों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश में 225 और निजी बीटीसी कॉलेजों को संबद्धता देने की तैयारी है। इससे बीटीसी की 11,250 सीटें बढ़ जाएंगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने निजी कॉलेजों को संबद्धता देने के लिए राज्य समिति की बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। प्रत्येक निजी कॉलेजों में बीटीसी की 50 सीटें होती हैं। मौजूदा समय 524 निजी बीटीसी कॉलेजों में 26,200 और सरकारी यानी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में 10,450 सीटें हैं। नए कॉलेजों को संबद्धता मिलने के बाद बीटीसी की कुल 47,900 सीटें हो जाएंगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय स्कूलों में शिक्षक रखने की योग्यता स्नातक व बीटीसी है। प्रदेश में वर्ष 2009 से निजी कॉलेजों में बीटीसी कोर्स चलाने की अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इस साल 67 नए कॉलेजों को संबद्धता देने की मंजूरी राज्य समिति कर चुकी है। इसके अलावा 225 और कॉलेजों को संबद्धता देने के लिए जिलों से रिपोर्ट मिल चुकी है। इसके आधार पर एससीईआरटी इन कॉलेजों को संबद्धता देना चाहता है। संबद्धता मिलने वाले कॉलेजों में इसी साल छात्रों को प्रवेश भी दिया जाएगा।


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

सुप्रीम कोर्ट जाएंगे शिक्षक भर्ती में मेरिट के समर्थक



लखनऊ (जाब्यू) परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 72825 पदों पर अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट के आधार पर भर्ती करने के हाईकोर्ट के आदेश से असंतुष्ट अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हाई कोर्ट के फैसले से असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने रविवार को झूले लाल पार्क में बैठक कर यह फैसला किया।
प्रदेश भर से आये असंतुष्ट अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट की बजाय शैक्षिक मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा होनी चाहिए जैसा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की मंशा थी। शिक्षक भर्ती में शैक्षिक मेरिट के समर्थकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की। इधर हाई कोर्ट का फैसला अपने पक्ष में आने के बाद शिक्षक भर्ती में टीईटी मेरिट के समर्थक पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर चुके हैं।
 


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

टीईटी उत्तीर्णों ने ईशन नदी पुल पर लगाया जाम

 भर्ती की मांग को लेकर नारेबाजी कर प्रदर्शन,
डेढ़ घंटे तक लगे जाम से लोग हुए परेशान
अमर उजाला ब्यूरो
मैनपुरी। भर्ती की मांग को लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं ने रविवार को लोहिया पार्क में प्रदर्शन करने के बाद ईशन नदी पुल पर जाम लगा दिया। साथ ही मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र एडीएम को सौंपा। लगभग डेढ़ घंटे तक लगे जाम से लोग परेशान हो गए।
रविवार सुबह उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण छात्र संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन मिश्रा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग लोहिया पार्क मेें एकत्रित हुए। वहां से सभी एकत्रित होकर ईशन नदी पुल के पास पहुंचे। वहां मार्ग जामकर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में 72825 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए 30 नवंबर 2011 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। किसी कारण भर्ती पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी थी। 20 नवंबर 2013 को उच्च न्यायालय इलाहाबाद की खंडपीठ ने टीईटी संबंधित सभी विवादों को निस्तारित करते हुए 31 मार्च 2014 तक नियुक्ति का निर्णय दिया है। इसके बाद भी इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं कराई गई है। प्रदर्शन के दौरान उपाध्यक्ष विवेक राठौर ने कहा कि सरकार शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करें। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र एडीएम डाक्टर चंद्रभूषण को सौंपा। इस मौके पर जितेंद्र, अरुण यादव, अवनीश यादव, दुष्यंत, जयंत यादव, प्रवेश यादव, सर्वेश यादव, संजय माथुर आदि शामिल थे।


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml