FARRUKHABAD : यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने प्राथमिक
विद्यालयों में 72825 पदों के सम्बंध में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की
मांग की है। अभ्यर्थियों के अनुसार एनसीटीई ने बीएड पास अभ्यर्थियों को 31
मार्च 2014 तक शिक्षक बनने के लिए छूट दी है। इसके बाद कोई भी बीएड पास
अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक नहीं बन सकेगा। 31 मार्च 2014 आने में अब मात्र 6
माह शेष रह जाने से अभ्यर्थियों में उथल पुथल की स्थिति बनती जा रह है।
टीईटी
अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पत्र जिलाधिकारी को सौंपते
हुए मांग की है कि वर्तमान में चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को अति शीघ्र
पूर्ण किया जाये। पुराने विज्ञापन के अनुसार टीईटी मैरिट के आधार पर ही
भर्ती की जाये। एनसीटीई द्वारा प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए बीएड पास
अभ्यर्थियां को मात्र 31 मार्च 2014 तक के लिए छूट दी जाती है। जिसके बाद
कोई भी बीएड पास अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक नहीं बन सकेगा।
शिक्षक भर्ती बीते लगभग 22 महीने से उच्च न्यायालय में लंबित चल रही है,
जिसमें सरकार की भूमिका उपेक्षापूर्ण एवं उदासीन रही है। जबकि 72825 पदों
पर भर्ती के नाम पर सरकार ने बेरोजगार नौजवानों से लगभग 500 करोड़ रुपये
वसूल लिये। इसके साथ ही टीईटी पास अभ्यर्थियों का मानसिक शोषण किया जा रहा
है। टीईटी संघर्ष मोर्चा के अनुसार अब तक लगभग 117 टीईटी अभ्यर्थी
आत्महत्या कर चुके हैं। दो दो बार आवेदन करने से टीईटी अभ्यर्थी हजारों
रुपये के कर्जदार हो गये हैं। टीईटी अभ्यर्थियों का अब गुस्सा फूटता दिखायी
दे रहा है। अभ्यर्थियों ने आने वाली 10 सितम्बर को प्रदेश स्तर पर आंदोलन
करने की चेतावनी दी है।
इस दौरान राकेश बाजपेयी, अनिल कश्यप, रवीन्द्र दिवाकर, कंचन, आलोक, संदीप आदि मौजूद रहे।
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