जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सूबे में सहायक अध्यापकों की 15 हजार पदों की भर्ती नियमानुसार नहीं होने से नाराज विशिष्ट बीटीसी, उर्दू बीटीसी व बीटीसी-2011 के अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षा निदेशालय में आरंभ किया गया सत्याग्रह, आमरण अनशन में बदल गया है।
शुक्रवार को सात अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठे, समर्थन में सैकड़ों अभ्यर्थी मौके पर जमा रहे। इसके पहले सूबे के अनेक जिलों से आए अभ्यर्थियों ने पैदल मार्च करके अधिकारियों को अतिशीघ्र उचित कदम उठाने की चेतावनी दी। ऐसा न होने पर आर-पार की लड़ाई का एलान किया।
परीक्षा समय सारणी में बदलाव होने से नाराज अभ्यर्थियों ने गुरुवार को शिक्षा निदेशालय पर क्रमिक अनशन शुरू किया था। परंतु अधिकारियों की ओर से उचित कदम न उठाए जाने से नाराज अभ्यर्थी अनिल शर्मा, अजय कुरील, शक्ति, अजय विकाली, मनोज राजपूत, समीर पवार, अमित कुमार ने शुक्रवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सचिव बेसिक शिक्षा ने शासनादेश के खिलाफ काम करते हुए भर्ती प्रक्रिया के लिए तय समय सारणी के खिलाफ नई तिथि जारी कर दी है। इससे जो प्रक्रिया 13 दिसंबर से दस जनवरी तक चलनी थी वह अब ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 13 दिसंबर से शुरू होकर दस मार्च तक चलेगी। असंगत विलंब के पीछे बीटीसी के दो सत्रों को एक ही बैच में निपटाकर बीटीसी 2012 बैच के लिए मैदान साफ करना है, जो हमें किसी भी तरह स्वीकार नहीं है।
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