अलीगढ़ (ब्यूरो)। टीईटी-2011 की मार्कशीट का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। बड़ी संख्या में खाली मार्कशीट पकड़े जाने के बाद से शिक्षक भर्ती शक के घेरे में आ गई है। आगरा में ताबड़तोड़ छापे के दौरान हजारों खाली मार्कशीट पकड़ी गई हैं। काउंसलिंग के दौरान भी कई जिलों में फर्जी मार्कशीट पकड़ी गईं थी। 21-22 अक्तूबर को आगरा और उसके आसपास के जिलों में ताबड़तोड़ छापों के दौरान लाखों की संख्या में खाली मार्कशीट मिली हैं। जिसमें टीईटी-2011 की मार्कशीट भी हैं। टीईटी-2011 की खाली मार्कशीट पकड़े जाने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
हाल ही में टीईटी-2011 पास अभ्यर्थियों की 72 हजार शिक्षक पद पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हाल ही में काउंसलिंग संपन्न हुई है। काउंसलिंग के दौरान भी अलग-अलग जिलों में टीईटी की फर्जी मार्कशीट के साथ अभ्यर्थी पकड़े गए थे। अलीगढ़ में भी काउंसलिंग के दौरान दो अभ्यर्थियों के पास फर्जी मार्कशीट पाई गईं थी। जिन्हें काउंसलिंग से भगा दिया गया था। अब एक बार फिर इतनी बड़ी संख्या में खाली मार्कशीट सामने आने से विभाग में हड़कंप मच गया है। सिर्फ एक बैरियर पर चेक हुई मार्कशीट 72 हजार शिक्षक पदों के लिए काउंसलिंग डाइट में हुई थी। यहीं पर मार्कशीट चेक की गईं थी। मार्कशीट चेक करने का सिर्फ एक बैरियर होने से भी शक का दायरा बढ़ गया है। अगर मार्कशीट चेक करने के दौरान एक बैरियर कहीं भी हल्का पड़ गया या फिर कहीं कोई मिली भगत हो गई तो अभ्यर्थी टीईटी की फर्जी मार्कशीट के साथ आसानी से शिक्षक बन सकता है। तीन बार रिजल्ट संशोधित होने से मिला मौका सूत्रों की मानें तो फर्जीवाड़े के चलते वर्ष 2011 की टीईटी का रिजल्ट तीन बार संशोधित हुआ था। एक- दो नंबरों के चलते अभ्यर्थियों को संशोधित मार्कशीट जारी की गईं थी। जिसके बाद अभ्यर्थियों को मार्कशीट में हेरफेर करने का मौका मिल गया।
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