उच्च
शिक्षा : शिक्षकों के 1100 पदों पर भर्ती अटकी
प्राथमिक
शिक्षा : 72825 सहायक शिक्षकों की भर्ती का पुरसा हाल नहीं
माध्यमिक
शिक्षा :5000 से अधिक टीजीटी-पीजीटी की भर्ती रुकी
हरिशंकर
मिश्र, इलाहाबाद
लगभग
दो साल से ठप पड़ी भर्तियों ने सूबे में शिक्षकों की भर्ती करने वाली संस्थाओं के वजूद
पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिर्फ प्राथमिक ही नहीं, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में भी
पिछले दो साल से शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पा रही है। कहीं अदालती विवाद तो कहीं सरकार
की उदासीनता ने इन चयन बोर्ड को सफेद हाथी साबित कर दिया है। ऐसे में युवाओं का आक्रोश
सड़क पर आ जाना स्वाभाविक ही है।
बुधवार
को इलाहाबाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर फूटा युवाओं का गुस्सा यूं ही नहीं
है। इस चयन बोर्ड में शुरू से ही नियुक्तियां विवादों में रही हैं। बसपा शासन में चयन
बोर्ड को कई परीक्षाओं के रिजल्ट संशोधित करने पड़े और सदस्यों की आपसी खींचतान, मारपीट
और झगड़ों की वजह से बोर्ड चर्चा में रहा। सपा की सरकार आने के बाद हालात सुधरने की
उम्मीद थी लेकिन बोर्ड एक कदम भी आगे न चल सका। बोर्ड से जुड़े अधिकारी भी स्वीकारते
हैं कि यदि लखनऊ खंडपीठ में चल रहे वाद में तत्कालीन सचिव ने जाकर सही तथ्य सामने रखे
होते तो अब तक परीक्षा पूरी हो चुकी होती। टीजीटी-पीजीटी के पांच हजार पदों पर छह लाख
से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। 2011 में घोषित इन रिक्तियों को लेकर लंबा इंतजार
अभ्यर्थियों में बेचैनी का सबब है।
इससे
भी विषम स्थिति उच्च शिक्षा में नियुक्तियों की है। अशासकीय डिग्री और पीजी कॉलेजों
में प्रवक्ता और प्राचार्य के रिक्त पदों पर पिछले छह वर्ष से चयन नहीं हो पा रहा है।
सरकार इस ओर से कितनी उदासीन है, इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि आयोग
में लगभग डेढ़ वर्ष से अध्यक्ष तक की नियुक्ति नहीं की जा सकी है। सदस्यों के भी सभी
पद रिक्त हैं। आयोग द्वारा 2010 में शिक्षकों के 1100 पदों पर नियुक्तियों की घोषणा
के बाद इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका।
बेसिक
शिक्षा परिषद की नियुक्तियां अदालती विवादों से निकल ही नहीं पा रही हैं। बसपा शासन
में टीईटी मेरिट के आधार 72825 नियुक्तियां शुरू हुईं तो चुनाव आड़े आ गया। उसके बाद
सपा शासन ने शुरू की तो अदालती विवादों के भंवरजाल से ही नहीं निकल पा रही हैं। इनमें
विलंब से छात्रों-युवाओं में आक्रोश व्याप्त है।
See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
Junior ki merit kab tak aarahi hai kisi ko koi khabar hai to please batao....????
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