Updated on: Thu, 03 Oct 2013
07:17 PM (IST)
जागरण
संवाददाता, बरेली : विद्यालयों से
सूचनाएं एकत्र करने के
लिए न्यायपंचायत में
स्तर पर स्थापित
एनपीआरसी केंद्र (न्यायपंचायत अनुसंधान
केंद्र) आज कल
स्कूल शिक्षकों के
लिए छुट्टी मारने
का साधन बन
गया है। वहीं
केंद्र भी अपनी
मनमानी कर शिक्षकों
को खूब परेशान
कर रहे हैं।
नतीजा दोनों की
खींचतान में स्कूलों
में पढ़ाई चौपट
होती है। गुरुवार
को फरीदपुर ब्लॉक
में जब बीएसए
चंद्रकेश सिंह यादव
निरीक्षण करने पहुंचे
तो सारी स्थिति
सामने आ गई।
तुमरिया प्राथमिक विद्यालय से
शिक्षक गायब मिले
थे। जवाब तलब
करने पर मालूम
हुआ किया एनपीआरसी
सेंटर पर सूचना
देने गए हैं।
बीएसए ने तुरंत
की शिक्षक को
फोन किया और
एनपीआरसी सेंटर को निर्देश
दिया कि किसी
भी शिक्षक को
सूचना देने के
लिए सेंटर पर
नहीं बुलाया जाएगा
और सूचना एकत्र
करने के लिए
सह समन्वयक को
खुद न्यायपंचायत के
विद्यालयों में जाना
होगा। वहीं शिक्षक
ने सफाई देते
हुए कहा कि
सेंटर पर आए
दिन उनको बुलाया
जाता है। जबकि
सूचना एकत्र करने
के लिए एनपीआरसी
केंद्र खुद जिम्मेदार
है।
इस
मसले जब बीएसए
से पूछा गया
तो उन्होंने बताया
कि सूचना देने
के लिए सेंटरों
पर शिक्षकों को
बुलाया जाता है।
शिक्षक भी इसका
फायदा उठाते हैं
और एक घंटे
की जगह पूरा
दिन केंद्र पर
ही बिता देते
हैं। उन्होंने बताया
अब इस स्थिति
पर सख्ती से
निपटा जाएगा। जिले
के सभी एनपीआरसी
सेंटरों को स्पष्ट
निर्देश जारी किए
जाएंगे कि विद्यालय
के शिक्षकों सूचना
देने के लिए
केंद्रों पर नहीं
बुलाया जाएगा। इसके लिए
सह समन्वयक नियुक्त
है और उसी
को अपना दायित्व
निभाना होगा।
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