Friday, August 16, 2013

सरकारी नौकरी: रेलवे में खुल सकती है बाबुओं की भर्ती

इलाहाबाद/ब्यूरो | अंतिम अपडेट 14 अगस्त 2013 12:02 AM IST पर
job in indian railwayरेलवे में ग्रुप सी श्रेणी में आने वाले बाबुओं की भर्ती खुल सकती है। कर्मचारी संगठनों की ओर से यह मसला उठने पर रेलवे भर्ती बोर्ड ने साफ कर दिया कि फ्रीजिंग के निर्धारित मानक से ज्यादा रिक्त पदों पर भर्तियां की जा सकती हैं।

बोर्ड के इस आदेश से इस बात की संभावना बढ़ गई है कि आरआरबी के जरिए इन पदों पर भर्ती जल्द खुलेगी। पिछले करीब दशक से मिनिस्टीरियल कैडर में आने वाले जूनियर क्लर्क, सीनियर क्लर्क, जूनियर एकाउंट असिस्टेंट और एकाउंट क्लर्क के पदों पर भर्ती नहीं हुई।

जोनल रेलवे के अफसर रेलवे बोर्ड का स्पष्ट निर्देश न होने का हवाला देकर हजारों की संख्या में रिक्त हो चुके बाबुओं के पदों पर भर्ती रोके हुए हैं। इसके साथ ही फ्रीज किए गए पदों पर दिसंबर 2013 तक भर्तियों पर रोक बढ़ा दी है।

रेलवे के वाणिज्य, लेखा, स्टोर, सामान्य प्रशासन और कार्मिक विभाग में मिनिस्टीरियल कैडर के कर्मचारियों की भरमार है लेकिन पिछले दशक से खुली भर्तियां न होने के कारण इन विभागों में भर्तियां नहीं हुईं।

इलेक्ट्रिकल, मेकेनिकल, सिगनल समेत दूसरे विभागों में क्लर्कों की संख्या कम है लेकिन भर्ती न होने के कारण इनमें भी परेशानी बढ़ी है। इसे लेकर रेलवे ने कभी यह साफ नहीं किया कि भर्तियों पर रोक है या नहीं।

रेलवे बोर्ड के निदेशक स्थापना हर्षा दास ने एनसीआर समेत सभी जोनों, प्रोडक्शन यूनिट्स और रेलवे भर्ती बोर्ड को चिट्ठी भेजा है। इसमें साफ कहा है कि रोक सभी पदों के लिए नहीं है।

सन 1991 में भर्तियों पर लगाई गई रोक केवल 25 फीसदी सीलिंग लिमिट तक है। अन्य रिक्त पदों पर भर्तियों शुरू की जा सकती हैं।

उनका कहना है कि मिनिस्टीरियल कैडर की खुली भर्ती में ग्रेड-पे 1900 रुपये के क्लर्क और ग्रेड-पे 2800 रुपये के सीनियर क्लर्क के 25 फीसदी रिक्त पदों और ग्रेड-पे 1900 के एकाउंट क्लर्क व ग्रेड-पे 2800 के जूनियर एकाउंट क्लर्क के 20 फीसदी रिक्त पदों को फ्रीज किया गया था।

इन पदों की भर्ती को लेकर रेलवे बोर्ड ने तय किया है कि 31 दिसंबर तक यह आदेश लागू रहेगा लेकिन मिनिस्टीरियल कैडर के अन्य रिक्त पदों पर जरूरत के अनुसार भर्ती की जाएगी।


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