फीरोजाबाद
: शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण के दौर से गुजर रहे शिक्षामित्रों में
खलबली है। भविष्य के लिए संजोए ख्वाबों पर टीईटी का अंधेरा छाता नजर आ रहा
है। बताया जाता है शासन ने शिक्षा मित्रों के लिए भी टीईटी अनिवार्य कर दी
है, ऐसे में शिक्षामित्र बेचैन हैं। हालांकि अभी शासन से इस बाबत आदेश नहीं
मिला है।
जनपद
में भी सैकड़ों शिक्षामित्र प्रशिक्षण के दौर से गुजर रहे हैं। उक्त
प्रशिक्षण के बाद में शिक्षामित्र शिक्षक बनने हैं, लेकिन टीईटी की शर्त
अनिवार्य होने के बाद शासन ने शिक्षामित्रों के लिए भी टीईटी अनिवार्य कर
दी है। शिक्षा जगत में इन दिनों इसकी चर्चा जोरों पर है। विभाग से ही जुड़े
लोग स्वीकारते हैं कि अगर टीईटी की परीक्षा ईमानदारी से हुई, तो तमाम
शिक्षामित्रों के लिए उत्तीर्ण होना मुश्किल हो जाएगा। यही वजह है इन दिनों
शिक्षामित्र भी हरेक से यही पूछते नजर आ रहे हैं क्या अब हमें भी टीईटी
करनी होगी। कहने को शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिया, लेकिन इस प्रशिक्षण
के नाम पर भी खानापूरी हुई। इधर शिक्षामित्रों के लिए टीईटी की अनिवार्यता
पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डा.जितेंद्र सिंह यादव का कहना है बगैर टीईटी
के शिक्षामित्र शिक्षक नहीं बन पाएंगे। जो टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण
करेंगे, वही स्थायी शिक्षक बन सकेंगे
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