- पांच कमेटियां गठित, एलान शेष
- परिषद ने वैकल्पिक विषय के रूप में शुरु करने पर लगाई मुहर
- युवाओं को हुनरमंद बनाएगा माध्यमिक शिक्षा परिषद
धर्मेश अवस्थी, इलाहाबाद1भारत
की इनफार्मेशन टेक्नालॉजी
(आइटी) का डंका
दुनिया में बज
रहा है। इस
तकनीक में और
महारत हासिल करने
के लिए किशोर
व किशोरियों को
इसकी पढ़ाई मिडिल
स्कूल से कराए
जाने की तैयारी
है। अगले शैक्षिक
सत्र से यूपी
बोर्ड के छात्र
इसकी पढ़ाई करेंगे।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने
प्रस्ताव पास कर
दिया है सिर्फ
शासन की मुहर
लगना शेष है।
1उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा
परिषद (यूपी बोर्ड)
ने युवाओं को
हुनरमंद बनाने के लिए
अपने कदम बढ़ाए
हैं। आइटी/आइटीईएस
(सूचना तकनीक/सूचना तकनीकी
शिक्षा) नामक विषय
की पढ़ाई अब
यूपी बोर्ड की
सूची में दर्ज
होने जा रहा
है। इस व्यावसायिक
पाठ्यक्रम का प्रस्ताव
मंगलवार को माध्यमिक
शिक्षा परिषद की बैठक
में पारित कर
दिया गया। यह
विषय कक्षा नौ
से बारह तक
पढ़ाया जाना है।
इस समय बोर्ड
के हाईस्कूल एवं
इंटरमीडिएट विषयों का जो
चयन है उसमें
परिषद छेड़छाड़ करने
को तैयार नहीं
है। यदि नए
पाठ्यक्रम को अनिवार्य
विषय के रूप
में लागू किया
जाता तो परिवर्तन
होना तय था,
ऐसे में आइटी
को वैकल्पिक विषय
के रूप में
शामिल किया जाएगा।
दरअसल इस व्यावसायिक
पाठ्यक्रम का प्रस्ताव
ग्वालियर मध्य प्रदेश
की व्यावसायिक शिक्षा
परिषद ने यूपी
बोर्ड को भेजा
था। ग्वालियर के
परिषद का जोर
था कि इस
विषय को अनिवार्य
के रूप में
शुरू किया जाए।
साथ ही केंद्र
सरकार इसमें सहायता
भी करेगी, लेकिन
यूपी बोर्ड ने
इस पर सहमति
नहीं दी है,
बल्कि युवाओं पर
छोड़ दिया है
कि वह अपने
मन से विषयों
का चुनाव कर
लें। यह जरूर
है कि यूपी
बोर्ड में अब
विषयों की संख्या
बढ़कर तीन दर्जन
हो जाएगी। अब
तक 35 विषय थे
जो अब बढ़कर
36 हो जाएंगे। अपर
सचिव कामता राम
पाल ने बताया
कि परिषद की
बैठक में आइटी
विषय का प्रस्ताव
पारित हो गया
है।इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद
की नई टीम
की मंगलवार को
पहली बैठक हुई
जिसमें पाठ्यचर्या कमेटी, परीक्षा
कमेटी, मान्यता कमेटी, वित्त
समिति और महिला
समिति सहित कुल
पांच कमेटियों का
गठन किया गया
है। हर समिति
में पांच से
सात सदस्य हैं।
यह गठन माध्यमिक
शिक्षा निदेशक अवध नरेश
शर्मा की अध्यक्षता
एवं परिषद की
सचिव शकुंतला देवी
यादव की मौजूदगी
में हुआ। कहा
जा रहा है
कि अब इन
समितियों का शासन
स्तर पर अनुमोदन
लिया जाएगा और
फिर उनका एलान
होगा। बैठक में
सभी मनोनीत सदस्य
और अधिकांश पदेन
सदस्य उपस्थित थे।
बैठक करीब तीन
घंटे तक चली,
तमाम अफसर खराब
मौसम के कारण
यहां नहीं पहुंच
सके
News Sabhar : Amar Ujala (15.10.14)