Saturday, January 17, 2015

UPTET GOVERNMENT JOB E-NEWS: टीईटी-2011: अपडेट सूची से अरमानों पर पानी!

  • जिले में 800 पदों पर होगी नियुक्ति
  • पूर्व में भेजी गई थी 665 की सूची
सहारनपुर : अपनी नौकरी पक्की मानकर चल रहे टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों को नियुक्ति के पहले दौर में जोर का झटका लग सकता है। छह दिवसीय काउंसलिंग में शामिल दो हजार से अधिक आवेदकों ने नौक री पक्की मानकर चल रहे अभ्यर्थियों का पूरा गणित बिगाड़ दिया है। चयन सूची को फिर से अपडेट करने का काम प्रगति पर है।कई उतार-चढ़ाव से निकलकर पटरी पर दौड़ लगा रही टीईटी-2011 की भर्ती प्रक्रिया इस बार मंजिल तक पहुंचने की संभावना नजर आ रही है। तीन दौर की काउंसलिंग में शामिल रहे अभ्यर्थी अभी तक पक्की मानकर चल रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने टीईटी में सामान्य वर्ग में 105 तथा आरक्षित वर्ग में 97 अंक पाने वालों को नियुक्ति देने के आदेश थे। इसके बाद जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पटनी ने एससीईआरटी लखनऊ को जनवरी के प्रथम सप्ताह में 665 अभ्यर्थियों की सूची भेजी थी। परिषद के निर्देश के बाद 9-14 जनवरी तक जिला डायट में दो हजार से अधिक अभ्यर्थी काउंसिलिंग में पहुंचे थे ऐसे में पूर्व में लखनऊ भेजी गई 665 अभ्यर्थियों की सूची अप्रासंगिक हो गई है। डायट का चयन सूची को वरीयता क्रम में अपडेट करने का काम प्रगति पर है।
सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया में ऐसे अभ्यर्थियों को नुकसान होने की आशंका है जो पूर्व में बनाई गई 665 की सूची में सबसे निचले क्रम पर थे। सूत्रों के मुताबिक चौथी काउंसिलिंग में शामिल दो हजार अभ्यर्थियों में सामान्य व आरक्षित वगोर्ं में बड़ी संख्या टीईटी में अधिक अंक पाने वालों की है। नए अभ्यर्थी पूर्व की मेरिट में निचले क्रम पर रहे अभ्यर्थियों को चयन सूची से बाहर कर सकते हैं। प्रथम चरण में 19 जनवरी से अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र दिए जाएंगे।
चयन का एक उदाहरण : माना जाए कि सामान्य वर्ग में मनोज कुमार के टीईटी में प्राप्तांक 118 है और वह पूर्व की 665 की सूची में अपने वर्ग में सबसे निचले क्रम पर था। अब नई अपडेट सूची में मनोज कुमार व उसके जैसे ऐसे अनेक अभ्यर्थी नई चयन सूची से बाहर हो सकते हैं।
इन्हें होगा ज्यादा नुकसान : डायट में प्रथम व द्वितीय काउंसिलिंग में शामिल रहे अभ्यर्थियों को ज्यादा नुकसान होगा। काउंसिलिंग के बाद इनके मूल प्रमाण-पत्र जमा कर लिए गए थे जिस कारण उन्हें तीसरी व चौथी काउंसिलिंग में शामिल होने का मौका नहीं मिला। तीसरी व चौथी काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को एक से अधिक जिलों में जाने का मौका मिला।
‘‘प्रभारी प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान/जिला विद्यालय निरीक्षक आरके तिवारी का कहना है कि चयन सूची को अपडेट करने का काम शुरू हो चुका है। निर्धारित अवधि में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।’’

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