- खतरे मेें भविष्य के सपने
- यूपी ही नहीं एमपी, राजस्थान, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र तक के गिरोह सक्रिय
लखनऊ। यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा में जिस तरह से एक के बाद एक मुन्ना भाई पकड़े गए, यह बताने के लिए काफी है कि भर्ती परीक्षाएं ऐसे गिरोहों के निशाने पर हैं। ऐसे गिरोहों ने अपनी गहरी पैठ जमा ली है। पुलिस ही क्यों, रेलवे, कर्मचारी चयन आयोग, बैंकिंग में कॅरिअर बनाने का सपना देखने वाले युवाओं की मेहनत और सपने पर ऐसे गिरोह पानी फेर रहे हैं। लगभग हर परीक्षा में ऐसे गिरोह सामने आ रहे हैं। खास बात है कि ऐसे तत्वों को रोकने के लिए जिन फूलप्रूफ व्यवस्थाओं के दावे किए जाते हैं हर उस व्यवस्था का इनके पास तोड़ होता है। ऐसे में यह साफ है कि इन गिरोहों के पीछे ऐसे लोग भी हैं जो व्यवस्था का अंग होते हैं। पेश है यह खास रिपोर्ट....
सबसे पहले बात शुरू करते हैं सिपाही भर्ती परीक्षा की। राजस्थान के जालौर का गिरोह इस परीक्षा में सामने आया। रविवार को ही बरेली, मथुरा झांसी, नोएडा से 12 को दबोचा गया। इसके एक दिन पहले कानपुर से छह पकड़े गए।
राजस्थान एटीएस ने इन तत्वों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई। इससे साफ हो जाता है कि ऐसे गिरोह हैं जो पूरे देश में भर्ती परीक्षाओं में धांधली कराने की कूवत रखते हैं। उनकी हर सूबे में पैठ है जिसके बूते वे सौदा कर रहे हैं। उनके पास सॉल्वरों का संगठित गिरोह है। तकनीकी है जिसके बूते वे फूलप्रूफ व्यवस्थाओं की तोड़ निकाल रहे हैं। आईजी एसटीएफ सुजीत पांडेय कहते हैं कि पिछले एक अरसे से भर्ती परीक्षाओं में सेंध लगाने वाले गिरोहों की धर-पकड़ में लगी है। विभिन्न राज्यों के गिरोहों के बारे में जैसे-जैसे जानकारी सामने आ रही है, कार्रवाई की जा रही है। सभी प्रदेशों की पुलिस से इसके लिए सहयोग मांगा जा चुका है।
सॉल्वर गैंग का सरगना गिरफ्तार
गिरोह बनाकर दिलवाता था इम्तिहान
यूपी सिपाही भर्ती प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दिलाने वाले गैंग के सरगना को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
अमर उजाला ब्यूरो
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