Saturday, December 27, 2014

अब शिक्षाधिकारी संवारेंगे स्कूलों की सूरत


मैनपुरी, भोगांव: प्राथमिक शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शासन द्वारा शुरू की गई नई पहल को लेकर विभागीय आला अफसरान सक्रिय को गए हैं। शासन के निर्देश पर अधिकारियों ने परिषदीय विद्यालयों को आदर्श बनाने की योजना को परवान चढ़ाते हुए विद्यालयों को अंगीकृत करना शुरू कर दिया है। डायट प्राचार्य और बीएसए द्वारा दो-दो विद्यालय गोद लिए जा चुके हैं।

प्राथमिक शिक्षा की बदहाल तस्वीर को बदलने के लिए पिछले दिनों बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें दो-दो विद्यालय गोद लेकर आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित करने के निर्देश दिए थे। विभागीय मंत्री ने 22 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित बैठक में जिला और विकास खंड स्तर के अधिकारियों के अतिरिक्त सहसमन्वयक को भी दो-दो विद्यालय गोद लेने का फरमान जारी किया था। मंत्री की मंशा के मुताबिक सभी बीएसए, डायट प्राचार्य, एबीएसए, एबीआरसी विद्यालयों को चिन्हित कर उनमें छात्रों की उपस्थिति, नामांकन संख्या पठन-पाठन के माहौल व अन्य बुनियादी व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए काम करना है। डायट प्राचार्य आरएस बघेल ने विकास खंड सुल्तानगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रजवाना, बेवर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय विनोदपुर को गोद लिया है। इसी प्रकार बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप वर्मा ने मैनपुरी विकास खंड के ग्राम नगला वन में संचालित प्राथमिक विद्यालय, जागीर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय शिवसिंहपुर को गोद लिया है। अगले 1-2 दिनों में सभी एबीएसए को भी विद्यालय गोद लेने के निर्देश दिए हैं।

जनपद में 114 विद्यालय बनेंगे आदर्श
प्राथमिक विद्यालयों को आदर्श बनाने की कवायद में एबीआरसी के नाम जुड़ जाने से अब पूरे जनपद में सभी एबीआरसी को दो-दो विद्यालय गोद लेने होंगे। डायट प्राचार्य, बीएसए के 4, सभी 10 एबीएसए के कुल 20 व 9 विकास खंडों में 45 एबीएसए को 90 विद्यालय गोद लेकर आदर्श बनाना होगा। ऐसी स्थिति में कुल मिलाकर 114 विद्यालयों को आदर्श बनाने के लिए गोद लिया जाना है। इन विद्यालयों में शैक्षिक माहौल को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।


Publish Date:Thu, 25 Dec 2014 06:30 PM (IST) | Updated Date:Thu, 25 Dec 2014 06:30 PM (IST)

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