इलाहाबाद (ब्यूरो)। प्रदेश
के सहायता प्राप्त
महाविद्यालयों के लिए
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा
के दूसरे चरण
में सख्ती के
पूरे इंतजाम किए
गए हैं। पूरी
परीक्षा मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षकों
की निगरानी में
होगी। अन्य भर्ती
परीक्षाओं को लेकर
लगातार उठ रहे
सवाल को देखते
हुए उच्चतर शिक्षा
सेवा आयोग ने
शुचिता के लिए
कई कदम उठाए
हैं। यहां तक
कि परीक्षा केंद्रों
के चयन में
भी काफी सतर्कता
बरती गई है।
दूसरे चरण में
15 विषयों की परीक्षा
चार जनवरी को
होगी। इसमें साढ़े
पंद्रह हजार अभ्यर्थी
शामिल होंगे। शहर
में कुल 20 कॉलेजों
मेरी लूकस, बिशप
जानसन स्कूल कटरा
और सिविल लाइंस,
डीपी गर्ल्स डिग्री
कॉलेज, महाप्रभु पब्लिक स्कूल,
केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट,
बीएचएस, आईपीएम, रानी रेवती
देवी, वाईएमसीए, ज्वाला
देवी इंटर कॉलेज,
इलाहाबाद पब्लिक स्कूल, आर्मी
स्कूल कैंटोमेंट, आर्य
कन्या इंटर कॉलेज,
एसएस खन्ना गर्ल्स
डिग्री कॉलेज और यूइंग
क्रिश्चियन कॉलेज को परीक्षा
केंद्र बनाया गया है।
इसे नौ जोन
में बांटा गया
है। सभी के
प्रभारी मजिस्ट्रेट होंगे।
शिक्षक भर्ती परीक्षा के
तीन सवालों पर
आपत्ति
इलाहाबाद। प्रदेश के सहायता
प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट
प्रोफेसर भर्ती के लिए
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग
की ओर से
आयोजित पहले चरण
की परीक्षा के
अभ्यर्थियों ने तीन
जवाब पर आपत्ति
उठाई है। अभ्यर्थियों
ने इस संबंध
में आयोग में
ज्ञापन भी सौंपा
है। इसके अलावा
एक प्रकाशक ने
भी इन तीन
प्रश्नों के जवाब
पर आपत्ति जताई
है। अन्य भर्ती
संस्थाओं की परीक्षाओं,
यहां तक कि
पीसीएस में भी
20-20 सवालों के जवाब
पर आपत्ति दर्ज
हो चुकी है।
यूपीपीएससी ने तो
एक परीक्षा के
16 प्रश्नों को बाहर
करके मेरिट बनाई।
ऐसे में मात्र
तीन सवाल के
जवाब पर आपत्ति
होने पर आयोग
कुछ राहत महसूस
कर सकता है।
आयोग ने पहले
चरण की परीक्षा
का आंसर की
जारी कर दिया
है।
दूसरे चरण की
परीक्षा चार जनवरी
को, 15 विषयों में 15 हजार
से अधिक होंगे
शामिल
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