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Samayojan
एटा:
जिले के प्राथमिक
विद्यालय में समायोजित
शिक्षकों की वेतन
की आस फिर
अधर में अटक
गई है। विश्वविद्यालय
में हुए घोटालों
का दंश उन्हें
भी भोगना पड़
रहा है। इस
संबंध में जिला
बेसिक शिक्षाधिकारी ने
राज्य परिषद से
सचिव से दिशा
निर्देश मांगे है।ज्ञात हो
कि जुलाई माह
में सहायक अध्यापक
के पद पर
नियुक्त हुए शिक्षामित्रों
को पिछले पांच
माह से वेतन
नहीं मिला है।
अभी तक उनकी
पत्रावलियां सत्यापन हेतु संबंधित
संस्थाओं में भेजे
जाने के लिए
बीएसए कार्यालय में
अटकी रहीं।
जब
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ व
अन्य संगठनों द्वारा
आवाज उठाई गई
तो माध्यमिक शिक्षा
परिषद के मेरठ
स्थित क्षेत्रीय कार्यालय
ने शिक्षकों के
अंकपत्रों का सत्यापन
कर भेज दिया।
लेकिन विश्वविद्यालय में
सत्यापन की प्रक्रिया
अभी तक हुए
घोटालों की जांच
में अटक गई
है। फलस्वरूप नवनियुक्त
शिक्षक फिर से
परेशान हो चले
है।शनिवार को प्राथमिक
शिक्षामित्र संघ के
पदाधिकारी जिला बेसिक
शिक्षा अधिकारी से मिले।
जिस पर उन्होंने
परिषद के सचिव
को पत्र भेजकर
वेतन के संबंध
में दिशा निर्देश
मांगे है।
संघ
के संरक्षक राजेश
गुप्ता, जिलाध्यक्ष मनोज यादव
और महामंत्री हरिओम
प्रजापति ने बताया
है कि संगठन
के पदाधिकारी शिक्षकों
की समस्याओं के
निराकरण के लिए
सोमवार को इलाहाबाद
पहुंच कर सचिव
को अपना पक्ष
प्रस्तुत करेंगे।
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