नए साल में भी धड़ल्ले से चलेंगे बगैर मान्यता वाले स्कूल2014 में पूरे करने थे मानक, ब्यौरा अब तक उपलब्ध नहीं
सूची बनी, ना ही वेबसाइट पर पडे़ नाम
लखनऊ। नए साल में भी बगैर मान्यता व मानकविहीन स्कूल संचालित होंगे। मानकविहीन स्कूल चिह्ति कर उनके नाम वेबसाइट पर अपलोड किए जाने थे लेकिन स्कूलों की सूची तो दूूर उनका चिह्ीकरण भी नहीं हुआ है। जुलाई में शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले ही सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से उनके क्षेत्र में चलने वाले मान्यता और मानकविहीन स्कूलों का ब्यौरा मांगा गया था। सत्र शुरू होने के छह माह बाद भी स्थिति जहां की तहां है।
2011 में आरटीई लागू होने के बाद अधिनियम के मानकों के अनुसार स्कूलों को मान्यता दी जानी थी। नए नियमों के तहत मानक पूरे करने के लिए तीन साल का समय दिया गया था। यह अवधि जुलाई-2014 में पूरी हो गई, इसके बावजूद शिक्षा अधिकारियों को मानकविहीन स्कूलों का ब्यौरा जुटाने की सुध अंतिम तिथि से महज छह महीने पहले आई लेकिन अब तक एक भी मानकविहीन स्कूलों का ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में नए साल में भी बगैर मान्यता और मानकविहीन स्कूल धड़ल्ले से चलेंगे।
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