मैनपुरी, भोगांव: अभिलेखों में फर्जीवाड़ा कर 8 वर्ष पहले शिक्षक की नियुक्ति पाने वाले नटवरलालों की शामत आ सकती है। वर्ष 2006 में उर्दू बीटीसी शिक्षक चयन प्रक्रिया में चयनित होने के बाद फर्जी अभिलेखों को लगाकर नौकरी कर रहे शिक्षकों पर जल्द शिकंजा कस सकता है। चयन प्रक्रिया में हुई धांधली की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए हाईकोर्ट ने विशेष जांच दल से पूरा ब्योरा तलब किया है। एसआइटी के निर्देश पर डायट पर भी चयनित सभी अभ्यर्थियों एवं चयन समिति का ब्योरा खंगाला जा रहा है। जल्द ही पूरी सूचना एसआइटी को उपलब्ध कराई जाएगी।
वर्ष 2006 में उर्दू बीटीसी शिक्षक चयन प्रक्रिया में जमकर हुई धांधली और कई अभ्यर्थियों द्वारा अभिलेखों में किए गए हेरफेर का मामला इन दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित चल रहा है।
मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआइटी) दल का गठन किया गया था। एसआइटी के द्वारा मामले की जांच में तेजी लाई जा रही हैं। एसआइटी ने हाईकोर्ट में हलफनामा दायर करने से पूर्व प्रदेश के सभी जनपदों से इस शिक्षक चयन प्रक्रिया का संपूर्ण ब्योरा तलब किया है। एसआइटी के अधिकारियों का पत्र आने के बाद जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर मंगलवार को पूरे दिन कर्मचारी फाइलों को खंगालने में जुटे रहे। 8 साल पहले पूर्ण हुई इस प्रक्रिया में जनपद में नियुक्ति पाए शिक्षकों का पूरा विवरण खंगालने में डायटकर्मियों को पुराने अभिलेखों को खोजना पड़ रहा है। मामला एसआइटी एवं हाईकोर्ट से जुड़ा होने के चलते इस काम को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है।
अधिकांश आवेदकों की फाइलों को खोज लिया गया है। डायट प्राचार्य आरएस बघेल ने बताया कि एसआइटी ने एक सप्ताह के अंदर संपूर्ण विवरण लखनऊ तलब किया है। जल्द ही पूरा ब्योरा बिंदुवार एसआइटी को भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। बहरहाल इस चयन प्रक्रिया में फर्जी अभिलेखों के सहारे जनपद में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों में इन दिनों बेचैनी का आलम है।
दो बैच में 63 बने थे उर्दू शिक्षक
उर्दू बीटीसी शिक्षक चयन प्रक्रिया 2006 में जनपद में 2 बैचों में अलग-अलग नियुक्तियां की गई थी। पहले बैच में 45 जबकि दूसरे बैच में कुल 18 आवेदकों को शिक्षक बनने का मौका मिला था। चयन प्रक्रिया जांच के दायरे में आने के बाद सभी के भविष्य पर फिलहाल प्रश्न चिन्ह लग गया है।
आवेदक एसआइटी की जांच और हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई पर निगाह लगाए हुए हैं।
Publish Date:Tue, 25 Nov 2014 06:54 PM (IST) | Updated Date:Tue, 25 Nov 2014 06:54 PM (IST)
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