जासं, इलाहाबाद : प्रदेश भर
में अभी प्राथमिक
स्कूलों के लिए
72825 शिक्षकों की काउंसिलिंग
प्रक्रिया चल रही
है। इसी बीच
टीईटी अभ्यर्थियों ने
ही साथियों का
कच्चा चिट्ठा खोल
दिया है, जो
काफी चौंकाने वाला
है,
क्योंकि अभी
कट ऑफ 110 अंक
तक नहीं आया
है, लेकिन 97 अंक
पाने वाले को
भी काउंसिलिंग के
लिए अर्ह माना
जा रहा है।1टीईटी संघर्ष मोर्चा
ने मंगलवार को
दावा किया कि
टीईटी 2011 में रोल
नंबर 12030991 सुधीर कुमार सिंह
पुत्र राम रेखा
सिंह का प्राप्तांक
महज 97 अंक है,
लेकिन उसे राज्य
शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद
(एससीईआरटी) की ओर
से जारी सूची
में सुधीर को
गाजीपुर, लखीमपुर, हरदोई, कुशीनगर,
आजमगढ़, बहराइच, गोंडा, सीतापुर
व शाहजहांपुर में
काउंसिलिंग के लिए
अर्ह बताया गया
है। ऐसे ही
अनिल कुमार वर्मा
का प्राप्तांक 89 है,
जबकि काउंसिलिंग सूची
में 118 अंक दिख
रहा है। ऐसे
ही एक नहीं
कई मामले हैं।
दावा है कि
कई परीक्षा में
अनुत्तीर्ण हो चुके
हैं, उन्होंने फर्जी
मार्कसीट के आधार
पर काउंसिलिंग प्रक्रिया
में भाग लिया
है।
मोर्चा ने इस
संबंध में एससीईआरटी
के निदेशक को
तमाम बार शिकायती
पत्र दिया, लेकिन
उस पर कोई
कार्रवाई नहीं हुई।
ऐसे में मोर्चा
ने हाईकोर्ट की
लखनऊ खंडपीठ का
दरवाजा खटखटाया तो न्यायालय
ने काउंसिलिंग प्रक्रिया
की पूरी सूची
को तलब किया
है। मोर्चा ने
मंगलवार को चंद्रशेखर
आजाद पार्क में
बैठक करके यह
तय किया कि
यदि अब अनदेखी
हुई तो इस
मामले को भी
सुप्रीम कोर्ट में ले
जाएंगे।
यहां पर सच्चिदानंद
चतुर्वेदी, नागेंद्र शुक्ल, अवधेश
कुमार शुक्ल, पंकज
कुशवाहा, शशि प्रकाश,
अमरेंद्र कुमार मिश्र, आलोक
जायसवाल, विनय कुमार
श्रीवास्तव आदि मौजूद
थे।
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