यूपीपीएससी
में सामान्य वर्ग
के पदों पर
भर्ती हुए जाति
विशेष के अभ्यर्थी
सवालों
के घेरे में
प्रवक्ता भर्ती
अदालत
का दरवाजा खटखटाने
की तैयारी में
हैं प्रतियोगी छात्र
उत्तर
प्रदेश लोक सेवा
आयोग में सीधी
भर्ती के दौरान
ओबीसी में एक
जाति विशेष के
लोगों के चयन
को लेकर जहां
कार्यप्रणाली पर सवाल
उठ रहे हैं,
वहीं भर्ती से
वंचित रह गए
कई प्रतियोगी छात्र
हाईकोर्ट का दरवाजा
खटखटाने जा रहे
हैं। जेई सिविल
भर्ती के इंटरव्यू
में शामिल दीपक
सिंह भर्ती प्रक्रिया
से बेहतरीन एजुकेशनल
रिकार्ड के बाद
भी छंट गये।
वो लोक सेवा
आयोग में ओबीसी
के एक जाति
विशेष लोगों को
सीधी भर्ती में
वरीयता देने को
लेकर दाखिल होने
वाली रिट के
मुख्य याचिककर्ता हैं।
यूपीपीएससी के ऐसे
रवैये को लेकर
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति
बैठकें कर रही
है समिति के
सदस्य रितेश सिंह,दिनेश तिवारी,अतुल
सिंह,देवेंद्र सिंह,दीपक चतुर्वेदी,उमेश चौधरी
आदि कोर्ट में
याचिका दाखिल करने की
तैयारी कर रहे
हैं।
सामान्य
वर्ग के पदों
पर ओबीसी में
से एक जाति
विशेष की भर्ती
का प्रकरण पुराना
है। जेई सिविल
के 542 पदों की
सीधी भर्ती में
जनरल के 415,एससी/एसटी के
127 पदों पर आरक्षण
था। जब रिजल्ट
आया तो ओबीसी
का एक भी
पद नहीं होने
के बाद 313 ओबीसी
स्टूडेंट इसमें सफल घोषित
किये गये, इस
भर्ती में सामान्य
वर्ग के 102 अभ्यर्थी
ही सफल घोषित
किये गये। सिविल
इंजीनियरिंग के लेक्चरर
के तीन पदों
के लिए 28 अक्टूबर
को हुए इंटरव्यू
में एक जाति
विशेष का एक
अभ्यर्थी,दो एससी
सफल हुए, सामान्य
वर्ग का कोई
नहीं सफल हुआ।
प्रवक्ता आर्किटेक्चर के 15 पदों
के लिए 21 से
23 अक्टूबर तक हुए
इंटरव्यू के बाद
जारी रिजल्ट में
ओबीसी के सात
अभ्यर्थी सफल हुए,
इसमें भी एक
विशेष जाति का
बोलबाला दिखा। 11 अक्टूबर को
अंग्रेजी प्रवक्ता के एक
पद की सीधी
भर्ती के इंटरव्यू
का जब रिजल्ट
घोषित हुआ ओबीसी
में एक जाति
विशेष की महिला
को सफल घोषित
किया गया।•दिनेश
चंद्र मिश्र, इलाहाबाद
सिविल
जूनियर इंजीनियर की भर्ती
में सामान्य वर्ग
के लिए आरक्षित
पदों में से
सैकड़ों पर ओबीसी
अभ्यर्थी की भर्ती
के बाद एक
और मामला सामने
आया है। इस
बार इतिहास प्रवक्ता
के पंद्रह पदों
पर 31 अक्टूबर को
हुए इंटरव्यू के
बाद जो रिजल्ट
जारी किया गया
है, उसमें सामान्य
वर्ग के आरक्षित
पदों पर इस
बार एक जाति
विशेष के चयन
से भर्ती प्रक्रिया
पर फिर प्रश्न
उठ गया है।
यूपीपीएससी
ने इतिहास प्रवक्ता
के 15 पदों में
सामान्य वर्ग के
लिए सात पद,
ओबीसी के पांच
पद और अनुसूचित
जाति के तीन
पद आरक्षित किये।
सीधी भर्ती से
भरे जा रहे
इन पदों के
लिए 31 अक्टूबर को साक्षात्कार
हुआ। विज्ञापन संख्या
142(1)/01/DR/5-3/07-08 TC-2 के
तहत हुए इस
भर्ती का जब
रिजल्ट आया तो
ओबीसी के नाम
पर एक जाति
विशेष के ही
सात अभ्यर्थी इतिहास
प्रवक्ता के पद
पद पर सफल
घोषित किये गये।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति
के अध्यक्ष अयोध्या
सिंह व महासचिव
सुधीर सिंह ने
इसके पीछे यूपीपीएससी
के अध्यक्ष अनिल
यादव पर तीखे
आरोप लगाते हुए
कहा कि ओबीसी
के नाम पर
सिर्फ एक जाति
विशेष का भर्ती
अभियान सरकार के इशारे
पर चलाया जा
रहा है।
See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
No comments:
Post a Comment