इस बार रहेंगे प्रवेश से वंचित
लखनऊ
(ब्यूरो)। सीपीएमटी-2013 में चयनित छात्र-छात्राएं इस वर्ष सरकारी
आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश नहीं ले सकेंगे। 2011 बैच के
छात्र-छात्राओं को प्रवेश देने के लिए इस सत्र में चार मान्यता प्राप्त
मेडिकल कॉलेजों की सीटों को काउंसिलिंग में शामिल नहीं किया गया है। अब इन
छात्र-छात्राओं के पास निजी कॉलेजों में प्रवेश लेना ही एकमात्र उपाय बचा
है।
प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा
अधिकारियों की लापरवाही से ध्वस्त होने की कगार पर है। बरेली, इलाहाबाद,
लखनऊ और बांदा के राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों को 2013-14 सत्र में
बीएएमएस पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति मिल गई है। इसके बावजूद चारों ही
मेडिकल कॉलेजों की सीटों पर काउंसिलिंग नहीं कराई जा रही है। आयुर्वेद
निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि 2011 सत्र में अमान्य आयुर्वेद
मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को 2013 बैच में
प्रवेश देना है। यदि कोर्ट से आदेश हो गया तो पुराने छात्रों के प्रवेश के
लिए सीटें नहीं बचेंगी।
See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
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