एक
अक्तूबर से शुरू होना था सत्र, लेकिन कार्यक्रम में थीं कई खामियां
लखनऊ।
राज्य सरकार की मंशा थी कि इस साल से बीटीसी सत्र नियमित कर दिया जाएगा। इसके लिए संबद्धता
देने और दाखिले के बाद एक अक्तूबर से सत्र शुरू करने का कार्यक्रम जारी किया गया था
लेकिन कुछ खामियों के चलते सत्र इस बार भी देर से शुरू हो पाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान
प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने संशोधित आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि जहां 4
अक्तूबर तक बढ़ा दी है, वहीं अभी 260 निजी कॉलेज संबद्धता की लाइन में हैं।
For similar news visit: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
•निजी क्षेत्र के 260 कॉलेज भी संबद्धता की लाइन
में
अमर
उजाला ब्यूरो

प्रदेश
के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक रखने की योग्यता स्नातक के साथ बीटीसी
है। प्रदेश में अभी तक बीटीसी सत्र नियमित नहीं हो पाया। इसलिए शासन स्तर से यह तय
किया गया था कि निजी कॉलेजों को संबद्धता देने की प्रक्रिया 15 अगस्त तक पूरी कर ली
जाएगी और 30 सितंबर तक छात्रों को प्रवेश दे दिया जाएगा। इसके बाद जिला शिक्षा एवं
प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी कॉलेजों में बीटीसी की पढ़ाई एक अक्तूबर से शुरू करा
दी जाएगी।
इसके
लिए शासनादेश जारी करते हुए आवेदन लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई लेकिन छह हजार
से अधिक आवेदकों ने गलत आवेदन भर दिए। इसके चलते एससीईआरटी ने त्रुटिपूर्ण आवेदनों
को ठीक करते हुए डायटों में 21 सितंबर तक जमा करने का मौका दिया। फिर भी चार हजार से
अधिक आवेदकों ने संशोधित फार्म जमा नहीं किए। अब चार अक्तूबर तक का समय दिया गया है।
इसके अलावा करीब 260 निजी कॉलेज ऐसे हैं जिन्हें संबद्धता दिया जाना अभी बाकी है। राज्य
समिति की बैठक अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में होगी। इससे बीटीसी सत्र एक बार फिर लेट
होना तय है। प्रदेश में मौजूदा समय डायट में बीटीसी की 10,400 और 458 निजी कॉलेजों
में 22,900 सीटें हैं। 260 निजी कॉलेजों को संबद्धता मिलने पर 13,000 सीटें और बढ़
जाएंगी।
For similar news visit: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
No comments:
Post a Comment