Tuesday, September 24, 2013

बीटीसी के आगे बौनी हुई बीएड


Updated on: Tue, 24 Sep 2013 07:40 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मथुरा: पं. दीनदयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर की बीएड प्रवेश परीक्षा का हाल बुरा है। पूर्व में पहली काउंसिलिंग में ही भर जाने वाली बीएड की सीटें इस साल लगभग 66 फीसद ही भर सकी हैं। जिले में 28 बीएड कॉलेजों की लगभग 33 फीसद सीटें अभी तक खाली ही हैं। अभ्यर्थियों का रुझान बीटीसी की ओर होने के कारण बीएड की ये स्थिति हुई है ।
जिले में 3000 में से लगभग 2000 सीटें भी जुगाड़ से भरी जा सकी हैं। जिले के 28 कॉलेजों को इस सत्र से बीटीसी की मान्यता दी गयी है। इसके तहत हर कॉलेज को बीटीसी की 50 सीटें दी गयी हैं। बीटीसी में प्रवेश होने का असर बीएड पर नजर आ रहा है। बीएड कॉलेज इसके कारण खाली रह गए हैं। ऐसे में कुछ कॉलेज तो अब बीएड बंद कर सिर्फ बीटीसी चलाने की तैयारी में हैं।
1600 विद्यार्थियों ने थामा बीटीसी का दामन
मथुरा: जिले के 28 बीटीसी कॉलेजों को 50-50 सीटों की मान्यता दिए जाने के कारण इस सत्र से 1400 सीटें बीटीसी की शुरू हो चुकी हैं। वहीं डायट पर भी 200 बीटीसी की सीटें होने के कारण यहां पर भी बीटीसी के 200 विद्यार्थी प्रवेश पा चुके हैं। ऐसे में 1600 विद्यार्थियों ने इस साल से बीटीसी का दामन थाम लिया है।

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