आज कल बहुत से लोग भ्रामक बातें कर रहे हैं कि बी टी सी कोर्स प्राइमरी लेवल की जॉब के लिए होता है और
अपर प्राइमरी लेवल के लिए बी टी सी वाले कैसे एप्लाई कर सकते हैं ।
में उनको एन सी टी ई गाइड लाइन के बारे में बताना चाहती हूँ उसमें साफ़ साफ़ उल्लेख किया गया है की -
कक्षा ६ से ८ की पात्रता के लिए जो टी ई टी परीक्षा निर्धारित है -
स्नातक और प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा (चाहे जिस नाम से जाना जाता हो )
See source - http://www.ncte-india.org/Norms/RTE-4.pdf
ध्यान दीजिए - स्नातक और प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा (चाहे जिस नाम से जाना जाता हो )
इसलिये
बी टी सी धारी को उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग के अपर प्राइमरी टीचर में
एप्लाई करने की पात्रता मिली है बशर्ते वे सम्बंधित विषय में स्नातक हों
दूसरी
जो बात चर्चा में चल रही है कि बी ए मैथ्स वालों ने तो टी ई टी आर्ट्स
(अपर प्राइमरी ) वाली परीक्षा क्वालीफाई की होगी तो वे आर्ट्स केटेगरी में
है या फिर उन्होंने बी एड आर्ट्स वाला किया होगा
में आपको बताना चाहती हूँ कि मैथ्स सब्जेक्ट आर्ट्स व साइंस दोनों ही वर्गों में आता है ,
बी
.एस सी मैथ्स में अन्य विषय साइंस के होते हैं और साइंस के विषय में
प्रेक्टिकल समाहित रहते हैं , इसलिये बी .एस सी मैथ्स रेगुलर कोर्स में
किया जाता है
और
बी .ए मैथ्स सामान्यता प्राइवेट कोर्से की श्रेणी में आता है , क्यूंकि
मैथ्स में प्रेक्टिकल नहीं होते इसलिये बी .ए मैथ्स को घर पर प्राइवेट
माध्यम से भी किया जा सकता है
बी
.ए मैथ्स को अपर प्राइमरी मेथ्स टीचर में मोका दे कर नियमतः सही ही किया
गया है , क्योंकि इनका स्नातक में मुख्य विषय मैथ्स है ।
मेरे ख्याल से शिक्षा विभाग ने स्नातक में मुख्य विषय साइंस / मैथ्स के आधार पर लोगो को एप्लाई करने का मोका दिया है
कल
मेरी फेसबुक पर बी टेक धारी से चर्चा हो रही थी , उसमें वे कह रहे थे कि
बी टेक में उन्होंने भी साइंस व मैथ्स की पदाई की है पर उत्त्तर प्रदेश
शिक्षा विभाग ने एप्लाई करने के लिए बी टेक वालों का उल्लेख नहीं किया है
मेरा
सिर्फ उनको यह प्रश्न था कि बी .टेक कोर्स के दोरान शुरुआती वर्षों में वे
सिविल , मेकेनिकल ,इलेक्ट्रिकल , कंप्यूटर , इकोनोमिक्स ,साइंस , मैथ्स
इत्यादि बहुत से विषय पढते हैं लेकिन बी टेक की डिग्री उनको अपनी मुख्य
स्ट्रीम में मिलती है और वे किसी एक
इंजीनियरिंग विषय से इंजिनियर बन कर निकलते हैं ।
वे सभी विषयों से नोकरी के आवेदन कहाँ कर सकते हैं
प्राइमरी शिक्षक की नौकरी के लिए स्नातक + शिक्षा शास्त्र में डिग्री / डिप्लोमा टेट (प्राइमरी ) आदि योग्यता होती है और उसमें
बी
बी ए / बी सी ए /बी . टेक + शिक्षा शास्त्र में डिग्री / डिप्लोमा + टेट
(प्राइमरी ) आदि के माध्यम से चयनित हो जाते हैं तो प्राइमरी शिक्षक नीति
के अनुरूप ही है
प्रोफेशनल
कोर्स के साथ एक बात और देखने को आती है की इन कोर्सेस में प्रवेश सामान्य
डिग्री से आसान हो गया है और मेनेजमेंट कोलेज इन्टरनल एग्जाम में अपने
छात्रों को खूब अच्छे मार्क्स देते हैं और सामान्यता ये 70 फीसदी से ऊपर
होते हैं , जबकि वहीं सामान्य डिग्री से यूनिवर्सिटी कोलेज में फर्स्ट
डिवीसन लाना कठिन होता है
सामान्य
डिग्री में सिर्फ एक यूनिवर्सिटी लेवल का एग्जाम होता है जबकि प्रोफेशनल
डिग्री में 50 प्रतिशत मार्क्स इन्टरनल एग्जाम के होते हैं , परीक्षाओं में
खूब ऑप्शन होते हैं कहीं तीन बार इन्टरनल एग्जाम का प्रावधान होता है
जिसमें से दो बेस्ट परीक्षा जिसमें अभ्यर्थी अधिक मार्क्स ले आया वे काउंट
होते हैं , कहीं 5 में से 3 बेस्ट एग्जाम का प्रावधान होता है
सब्जेक्ट
में भी इलेक्टिवस (सामान्यत दो विषय अपनी मर्जी के चुनने की आजादी ) का
सिस्टम होता है जिसमें अभ्यर्थी अपनी मर्जी से विषयों को चुनकर पढाई कर
सकता है
इंजीनियरिंग में मार्किंग सिस्टम भी बहुत अच्छा होता है , टोटल परसेंटेज की केलकुलेशन का आधार =
पहले साल का 20% + दुसरे साल का 40% + तीसरे साल का 60% + चोथे साल का 100%
और
चोथा साल प्रेक्टिकल से भरपूर होता है और साथ में मेन सब्जेक्ट होता है
,कुछ जगह अंतिम साल में इंडस्ट्री में ट्रेनिंग के मार्क्स भी होते हैं
ऐसी स्थति में इंजीनियरिंग के अभ्यर्थी सामान्यत फर्स्ट डिवीसन / 70% परसेंट लिए हुए मिलेंगे ।
प्रोफेशनल
कोर्सेस इंडस्ट्रीयों को ध्यान में रख कर बनाये जाते हैं , हालाँकि अभी
कुछ समय से मनेजमेंट / इंजीनियरिंग कोलेज अपने अभ्यर्थीयों को समुचित
मात्रा में इंडस्ट्री में खपा नहीं पा रहे हैं , बेरोजगारी अपने चरम पर है
और कमोबेश यह स्थिति सभी जगह बन रही है ।
फिर भी हमारा देश कंप्यूटर सेवाओं में अच्छा कार्य कर रहा है और समूचे विश्व को अपनी सेवाएँ दे रहा है ।
आशा
है की हमारे प्रोफेशनल कोर्स धारी विश्व में देश को और आगे ले जायेंगे और
प्रदेश सरकार आधारभूत सुविधाओं के साथ प्रोफेशनल कोर्स धारियों के रोजगार
को बढाने में मदद करेगी ।
उत्तर प्रदेश के पास हालाँकि सामान निर्यात के लिए बंदरगाह नहीं है लेकिन आई टी सेवाओं के निर्यात
के
लिए किसी बंदरगाह की आवश्यकता नहीं है और उत्तर प्रदेश के शहर भी बेगलोर ,
हेदराबाद , पूना , चेन्नई , मुंबई , गुडगाँव ,मोहाली आदि की तर्ज पर
समूचे विश्व को बेहतरीन सेवाएँ दे सकते हैं
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एक तरफ बी . कोम में गणित विषय पड़ने वाले भी गणित विषय के अध्यापक में अपनी पात्रता बता रहे हैं (फेस बुक पर )
दुसरी तरफ एक अभ्यर्थी का कहना है की -
ग्रेजुएशन
में जिस किसी डिग्री के साथ साइंस जुड़ा है मसलन - होम साइंस , पोलिटिकल
साइंस , मनो विज्ञानं आदि , वे लोग जूनियर - विज्ञानं शिक्षा के पात्र हो
सकते हैं कोर्ट द्वारा
Facebook se -
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Rajaram Yadav
b a (home science), b a (political science), b a(economics), b a(social science),
b
a(manovigyan), ya phir jinke subject me vigyan juda hai ya jinhone
ganit ya vigyan likha hua koi bhi ek-do paper graduation me diya hai we
jnr ki taiyaari kare,,court unko jaroor jnr ki vacancy me apply karane
ka order dega.......
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ऐसे
दावे बेहद हास्यास्पद हैं - बी एस सी के साइंस सब्जेक्ट और बी ए पोलिटिकल
साइंस जैसे सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन स्तर पर जमीन आसमान का अंतर होता है
दोनों का कोई मेल नहीं
हर अभ्यर्थी अपने हिसाब से प्रक्रिया की व्याख्या कर रहा है
We will wait and watch, In What way this recruitment happens.
For more news visit: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml
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