भारत के साइबर विशेषज्ञों ने अपने कंप्यूटरों और लैपटॉप में विंडोज एक्सपी
ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे लोगों को आगाह किया है और हैकिंग के
प्रयासों से बचने के लिए तत्काल अपने सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करें।
सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रासॉफ्ट घोषणा कर चुकी है कि वह अगले साल 8 अप्रैल से विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए सपोर्ट सर्विस यानी तकनीकी सहायता समाप्त कर देगी और भारतीय इंटरनेट प्रणाली पर निगरानी रख रहे साइबर क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार इस निर्णय का उन सभी उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ेगा जो इस ओएस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कंप्यूटर इमरजेंसी रेसपांस टीम-इंडिया (सीईआरटी-इन) ने भारत में कंप्यूटर उपभोक्ताओं को दिये गये ताजा परामर्श में कहा कि विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम की सपोर्ट सर्विस समाप्त करने का मतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्सपी के लिए किसी तरह का ऑनलाइन तकनीकी सहयोग या अन्य कोई निशुल्क या भुगतान वाली सेवाएं नहीं प्रदान करेगी।
इस तरह से इस ओएस वाले कंप्यूटरों पर खतरा बढ़ जाएगा और हैकर आसानी से इनमें घुसपैठ कर सकते हैं। परामर्श में सिफारिश की गयी है कि विंडोज एक्सपी ओएस का उपयोग करने वाले सभी लोगों और संगठनों को अपनी जरूरत के हिसाब से उपलब्ध सबसे नये ओएस का तत्काल प्रयोग शुरू कर देना चाहिए और अप्रैल, 2014 से पहले ही सॉफ्टवेयर के सभी अनुप्रयोगों की जांच अच्छी तरह कर लेनी चाहिए।
माइक्रोसॉफ्ट ने अगस्त, 2001 में विंडोज एक्सपी ओएस को लांच किया था। इस ओएस का मौजूदा संस्करण विंडोज एक्सपी सर्विस पैक 3 है।
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सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रासॉफ्ट घोषणा कर चुकी है कि वह अगले साल 8 अप्रैल से विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए सपोर्ट सर्विस यानी तकनीकी सहायता समाप्त कर देगी और भारतीय इंटरनेट प्रणाली पर निगरानी रख रहे साइबर क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार इस निर्णय का उन सभी उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ेगा जो इस ओएस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कंप्यूटर इमरजेंसी रेसपांस टीम-इंडिया (सीईआरटी-इन) ने भारत में कंप्यूटर उपभोक्ताओं को दिये गये ताजा परामर्श में कहा कि विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम की सपोर्ट सर्विस समाप्त करने का मतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्सपी के लिए किसी तरह का ऑनलाइन तकनीकी सहयोग या अन्य कोई निशुल्क या भुगतान वाली सेवाएं नहीं प्रदान करेगी।
इस तरह से इस ओएस वाले कंप्यूटरों पर खतरा बढ़ जाएगा और हैकर आसानी से इनमें घुसपैठ कर सकते हैं। परामर्श में सिफारिश की गयी है कि विंडोज एक्सपी ओएस का उपयोग करने वाले सभी लोगों और संगठनों को अपनी जरूरत के हिसाब से उपलब्ध सबसे नये ओएस का तत्काल प्रयोग शुरू कर देना चाहिए और अप्रैल, 2014 से पहले ही सॉफ्टवेयर के सभी अनुप्रयोगों की जांच अच्छी तरह कर लेनी चाहिए।
माइक्रोसॉफ्ट ने अगस्त, 2001 में विंडोज एक्सपी ओएस को लांच किया था। इस ओएस का मौजूदा संस्करण विंडोज एक्सपी सर्विस पैक 3 है।
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