Tuesday, November 11, 2014

मॉडल स्कूल नए सत्र से दाखिले को तैयार : 1158 शिक्षकों की होगी भर्ती

अभिभावकों की जेब मोटी नहीं है और वे चाहकर भी अपने बच्चों को केंद्रीय विद्यालय या फिर निजी स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न पर शिक्षा नहीं दिला पा रहे हैं तो अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसे अभिभावक आगामी एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र से मॉडल स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ा सकेंगे। इन स्कूलों में बच्चों को वैसी ही शिक्षा दी जाएगी जैसी केंद्रीय विद्यालयों या फिर बड़े स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न पर दी जा रही है। माध्यमिक शिक्षा विभाग नए सत्र से पहले चरण में करीब 148 मॉडल स्कूलों में पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी कर रहा है।

इस सत्र में तो नहीं होंगे बेसिक शिक्षकों के तबादले : लगभग आधा सत्र बीता, जारी नहीं हुई तबादला नीति

  • लगभग आधा सत्र बीता, जारी नहीं हुई तबादला नीति
  • शिक्षकों के संगठन ने समायोजन का किया था विरोध
इलाहाबाद : यह शैक्षिक सत्र भी तबादला शून्य होने की ओर है। आधा सत्र बीत चुका है, अब तक शासन ने नई नीति जारी नहीं की है। शिक्षकों ने समायोजन किए जाने का विरोध किया था जिसके बाद न तो समायोजन हुआ और न ही तबादला। खास बात यह है कि जिस वजह से तबादला नीति को लंबित किया गया था वह प्रक्रिया अभी जारी है और जिस तरह से कार्य हो रहा है उससे अभी कई माह और लगना तय है। ऐसे में चालू सत्र में शिक्षकों का तबादला हो पाना मुश्किल ही है। 

बीटीसी प्रशिक्षण ले रहे शिक्षा मित्रों की परीक्षा 28 नवंबर से शुरू होंगी

लखनऊ(ब्यूरो)। बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त रहे शिक्षा मित्रों और समाज कल्याण विभाग के स्कूलों के अप्रशिक्षित शिक्षकों की परीक्षाएं 28 नवंबर से शुरू होंगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने जिलेवार राजकीय इंटर कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया है।

पूरे प्रदेश में 47 लाख बच्चों ने की पढ़ाई से तौबा : बेसिक शिक्षा के हाउस होल्ड सर्वे में हुआ खुलासा

  • प्राइमरी व जूनियर शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
  • सूबे के 47 लाख बच्चे छोड़ गए स्कूल
 प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करने के लिए चलाए गए सर्वशिक्षा व स्कूल चलो अभियान सूबे में दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। हाउस होल्ड सर्वे के यदि आंकड़ों पर गौर किया जाए तो एक साल में प्रदेश के 47 लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है। ये सभी बच्चे छह से 14 वर्ष की उम्र के हैं और ये कक्षा आठ तक उत्तीर्ण नहीं कर सके। इससे पहले ही इन्होंने बस्ता खूंटी पर टांग दिया। इस खुलासे ने प्रदेश की प्राइमरी व जूनियर शिक्षा व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।

ऐ बाबू! भगवान के नाम पर नौकरी दे दो


जासं, इलाहाबाद : 'ऐ बाबू! भगवान के नाम पर नौकरी दे दो, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) से अब उम्मीद नहीं बची अब आप लोगों को ही कुछ करना होगा।' यह कातर स्वर सोमवार को शहर के बालसन चौराहे पर सुनाई पड़े। शरीर पर आधे कपडे़ पहने और सिर पर काली पट्टी बांधे बड़ी संख्या में वहां एकजुट युवाओं ने उधर से गुजरने वालों से भीख मांगी।

सेवा चयन बोर्ड दफ्तर पर गरजे प्रतिभागी


Publish Date:Mon, 10 Nov 2014 07:58 PM (IST) | Updated Date:Mon, 10 Nov 2014 07:58 PM (IST)

सेवा चयन बोर्ड दफ्तर पर गरजे प्रतिभागी

जासं, इलाहाबाद : लंबे अरसे बाद उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड मुख्यालय पर प्रतियोगी छात्र गरजे। 

पहले के आंदोलन परीक्षा कराने की मांग को लेकर होते रहे हैं, जबकि सोमवार को हुआ आंदोलन परीक्षा बाद में कराने की मांग को लेकर हुआ। अध्यक्ष ने सबको समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह लिखित वादे पर माने। साथ ही यह निर्णय लिया कि इस प्रकरण को कोर्ट ले जाएंगे।

Monday, November 10, 2014

तीन साल में नहीं पूरे हो सके मॉडल स्कूल : अपर राज्य परियोजना निदेशक ने जताई नाराजगी

  • अपर राज्य परियोजना निदेशक ने निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
  • प्रत्येक माह की 5 व 20 तारीख को ई-मेल के जरिए प्रगति की सूचना भेजने के निर्देश
लखनऊ। तीन साल बीत गए लेकिन पिछड़े ब्लॉकों में केंद्रीय विालयों की तर्ज पर खुलने वाले मॉडल स्कूलों का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है। निर्माण कार्य धीमी गति से कराए जाने पर माध्यमिक शिक्षा अभियान की अपर राज्य परियोजना निदेशक प्रभा त्रिपाठी ने जिला विालय निरीक्षक को पत्र भेजकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि मॉडल स्कूलों की भौतिक व वित्तीय प्रगति काफी धीमी है।  

विद्याज्ञान परीक्षा के लिए सभी छात्र छात्राएं होंगे पात्र : शासनादेश जारी

  • प्रवेश परीक्षा 22 फरवरी 2015 को
  • फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर