Thursday, December 5, 2013

टीईटी इस बार 22 व 23 फरवरी को




अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 22 व 23 फरवरी 2014 को कराने की तैयारी है। इसके लिए विज्ञापन इसी माह निकालकर ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को टीईटी में शामिल होने के लिए स्नातक के न्यूनतम अंक में 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के प्रस्ताव पर सहमति बन गई है और शासनादेश शीघ्र जारी करने की तैयारी है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य कर दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग वर्ष 2014 में 22 फरवरी को प्राइमरी और 23 फरवरी को उच्च प्राइमरी के लिए टीईटी आयोजित करेगा। प्राइमरी के लिए बीटीसी या छूटे हुए विशिष्ट बीटीसी वाले पात्र होंगे और उच्च प्राइमरी के लिए बीएड वाले पात्र होंगे।
स्नातक में 50 फीसदी अंक वाले इसके लिए पात्र होंगे। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, नि:शक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित व भूतपूर्व सैनिक (स्वयं) को 5 प्रतिशत अंक में छूट दी जाएगी। टीईटी के लिए सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए आवेदन शुल्क 150 व अन्य के लिए 300 होगा। शुल्क ई-चालान से बैंकों में जमा किए जाएंगे। अलग-अलग परीक्षा के लिए अलग-अलग शुल्क देने होंगे। नि:शक्तों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
टीईटी में 60 प्रतिशत अंक पाने वाला पास माना जाएगा। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित और भूतपूर्व सैनिक स्वयं तथा नि:शक्त को 55 प्रतिशत पर पास माना जाएगा। टीईटी आयोजित कराने के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। यह केवल पात्रता परीक्षा होगी। टीईटी पास करने वाला केवल भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र होगा। टीईटी रोजगार का अधिकार नहीं देता है। इसका प्रमाण पत्र पांच साल के लिए वैध होगा। इसके खोने पर 300 रुपये जमा करके नया प्राप्त किया जा सकेगा।
 


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लोअर सबऑर्डिनेट भर्ती परीक्षा का रास्ता साफ




इलाहाबाद(ब्यूरो) उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित लोअर सबऑर्डिनेट-2013भर्ती परीक्षा का रास्ता साफ हो गया है। सचिव अनिल यादव ने बताया कि हाईकोर्ट के डबल बेंच ने आयोग को परीक्षा कराने की अनुमति दे दी है। हालांकि परीक्षा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आठ दिसंबर को नहीं होने जा रही। अभी तक इसके लिए आयोग की ओर से कोई तैयारी नहीं हुई है। यहां तक कि अभी तक सेंटर भी एलाट नहीं हुए हैं।
 


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चयन बोर्ड पर चले पत्थर, लाठीचार्ज



पथराव से गार्ड जख्मी, खिड़कियों के शीशे टूटे
टीजीटी, पीजीटी परीक्षा कराने से अभ्यर्थी हैं नाराज, लाठी लगने और गिरने से कई अभ्यर्थी हुए चुटहिल
जागरणजागरण संवाददाता, इलाहाबाद : आवेदन करने के काफी समय बीतने के बावजूद परीक्षा होने से नाराज टीजीटी, पीजीटी अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड कार्यालय पर बुधवार को खूब हंगामा किया। अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार पर ताला भी जड़ दिया। तैनात गार्ड कुछ कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह उग्र हो उठे और पथराव शुरू कर दिया पत्थर लगने से सुरक्षा गार्ड चुटहिल हो गया। साथ ही कार्यालय की खिड़की के शीशे टूट गए। इधर बोर्ड प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस फोर्स ने अभ्यर्थियों को रोकने का प्रयास किया किंतु उनके तेवर को देखते हुए हटाने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। लाठी लगने से कुछ अभ्यर्थियों को हल्की चोटें भी आईं।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी और पीजीटी 2011 में पांच हजार रक्त पदों की भर्ती निकाली गई थी। इसके लिए प्रदेशभर से करीब छह लाख आवेदन आए लेकिन परीक्षा नहीं कराई गई, इसी के बीच धांधली रोकने को एक याचिका की सुनवाई में कोर्ट ने रिक्त पदों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया और परीक्षा पर रोक लगा दी। कोर्ट के आदेशानुसार चयन बोर्ड पदों की जांच कराने लगा, परीक्षा में विलंब होने से आवेदकों का धैर्य जवाब देने लगा। बुधवार सुबह माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड पर सैकड़ों आवेदकों का जमावड़ा हो गया, ‘रुकी भर्ती पूरी करो, परीक्षा जल्द कराओका नारा लगाते हुए बोर्ड कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। इसी बीच कुछ आवेदकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिससे वहां पर तैनात सुरक्षा गार्ड सुनील कुमार का हाथ जख्मी हो गया। स्थिति बिगड़ती देख बोर्ड प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी, कुछ देर बाद पुलिस फोर्स पहुंची और हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को लाठी लेकर खदेड़ लिया। लाठी लगने भगदड़ में गिरने से राहुल, विनोद, धीरज प्रकाश, पवन शर्मा आदि आवेदकों को चोटें लगीं। अभ्यर्थी विक्रम का कहना है कि चयन बोर्ड जानबूझकर परीक्षा नहीं करा रहा है, ही कोई जानकारी देता है। इससे हमारा भविष्य अंधकारमय हो गया है।
अदालत की अनुमति का इंतजार
टीजीटी-पीजीटी-2011 परीक्षा कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अदालत की अनुमति का इंतजार कर रहा है। बोर्ड ने 25 अगस्त से परीक्षा की तिथि घोषित की थी और पूरी तैयारियां भी कर रखी थीं लेकिन इससे पहले ही 19 अगस्त को हाईकोर्ट की खंडपीठ ने दीप्ति मिश्र अन्य का याचिका पर इस पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने निर्देश दिया था कि पदों का सत्यापन करके यह परीक्षा कराई जाए।1मामला अदालत में है। बोर्ड का प्रयास है कि परीक्षाएं जल्द शुरू हों। प्रदर्शन करने वालों में कई ऐसे थे जिन्होंने टीजीटी-पीजीटी के लिए आवेदन नहीं किया है। 1-समर बहादुर सिंह, प्रशासनिक अधिकारी
 


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