रोजगार छतरी योजना में हर साल नए स्कूलों को दी जाएगी मान्यता16हर साल 1900 स्कूलों को मिलेगी मान्यता, जिलों का लक्ष्य तय
पंकज मिश्र1हरदोई : शिक्षित बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है उन्हें रोजगार की छतरी मिलेगी। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में रोजगार छतरी योजना न केवल उन्हें रोजगार देगी बल्कि नौनिहालों का भविष्य भी संवारेगी। बेसिक शिक्षा विभाग रोजगार का अवसर देने के लिए प्रति वर्ष 1900 विद्यालयों को मान्यता देगा और प्रति विद्यालय में पांच बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी। प्रदेश में शुरू हो रही इस योजना में लखनऊ मंडल में 790 और हरदोई जिले के 180 शैक्षिक बेरोजगारों को प्रति वर्ष रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।1बारहवीं पंचवर्षीय योजना (वर्ष 2012-17) में रोजगार सृजन के लिए रोजगार छतरी योजना की शुरुआत की गई है। बेसिक शिक्षा विभाग में शैक्षिक बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए छतरी योजना लागू की जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग स्ववित्त पोषित हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के 1500 प्राथमिक व 400 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को प्रति वर्ष मान्यता देगा। इसके लिए विद्यालयों की मान्यता संबंधी 15-5-2011 के शासनादेश में संशोधन कर आठ मई 2013 को जारी नवीन शासनादेश के तहत 19 जून 2013 में बेसिक शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी किया है। नवीन विद्यालयों को मान्यता देने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशक के हवाले से उप शिक्षा निदेशक (प्राइमरी) शशि किरण त्रिपाठी ने सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक ) को पत्र जारी कर विद्यालयों की मान्यता का वार्षिक लक्ष्य निर्धारित कर रोजगार का लक्ष्य भी दिया है। लखनऊ मंडल में 790 का लक्ष्य निर्धारित कर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) महेंद्र सिंह राणा को आदेश जारी किया गया है। लखनऊ मंडल के लिए निर्धारित 790 में जिलों को आवंटित लक्ष्य में लखनऊ को 115, सीतापुर को 170, लखीमपुर को 105, उन्नाव को 120, रायबरेली को 100 और हरदोई के लिए 180 का लक्ष्य दिया गया है। रोजगार छतरी योजना बेरोजगारों का ही नहीं नौनिहालों का भी भविष्य संवारेगी। प्रति वर्ष संसाधन युक्त विद्यालयों की संख्या बढ़ने से बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी मिल सकेगी।