गुरुओं की कमी समेत दूर होंगे गतिरोध
इलाहाबाद। शैक्षिक जगत को भी नए वर्ष में तमाम उम्मीदें हैं। शिक्षकों की कमी का रोना सबसे ज्यादा है लेकिन उम्मीद है अबकी बरस प्राथमिक स्तर से लेकर कॉलेजों तक में यह कमी पूरी होगी। अनेक आयोगों में भर्तियों को लेकर भी बने गतिरोधों के दूर होने की उम्मीद है। वहीं खेल के क्षेत्र में भी संगमनगरी की झोली में कई पदक आ सकते हैं।
मिलेगी इंजीनियरिंग, मेडिकल फैकेल्टी
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से इंजीनियरिंग, मेडिकल और एग्रीकल्चर फैकेल्टी के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के साथ विश्वविद्यालय में भी परिवर्तन की बात कही थी।
सांसद केशव प्रसाद मौय ने भी विवि में सुधार के लिए कोशिशें शुरू की हैं। उम्मीद है कि विवि प्रशासन और शहरियों की फैकेल्टी की मांग नए साल में पूरी होगी।
दूर होगा गतिरोध, होंगी भर्तियां
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, आरआरबी समेत अनेक संस्थाओं की भर्तियाें में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी पूरे वर्ष आंदोलनरत रहे।
उम्मीद है कि नए साल में ऐसे विवाद खत्म होंगे।
प्रतियोगियों का भरोसा बढ़ेगा। साथ ही बंपर भर्तियों से लाखों के सपने पूरे होंगे।
खत्म होगा प्रयाग विवि का इंतजार
प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद में प्रयाग
विश्वविद्यालय की घोषणा की है। फिलहाल इसके लिए नोटिफिकेशन हो चुका है लेकिन जमीन की तलाश अब तक पूरी नहीं हुई है। उम्मीद है कि नए साल में जमीन की तलाश पूरी होने के साथ प्रयाग विश्वविद्यालय का इंतजार भी खत्म होगा।
मिलेंगे नए कुलपति सुधरेंगे हालात
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, हास्टलों और संघटक कालेजों में अराजकता हावी है। उम्मीद है नए कुलपति की नियुक्ति एक-दो महीने में हो जाएगी।
नए निजाम के नेतृत्व में विश्वविद्यालय एक बार फिर पुराना गौरव हासिल करेगा। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू होने की उम्मीद है।
विश्वविद्यालय में वर्षों से लंबित वोकेशनल कोर्सेज के कार्यक्रम भी शुरू होंगे।
कालेजों में दूर होगी शिक्षकों की कमी
प्रदेश के राज्य और सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी अबकी बरस काफी हद तक दूर हो सकती है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राजकीय डिग्री कालेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा करा ली है। इसके अलावा उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने भी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1652 पदों के लिए पहले चरण की परीक्षा पूरी करा ली है। दूसरे चरण की परीक्षा चार जनवरी को है। तीसरे और आखिरी चरण की परीक्षा फरवरी के पहले सप्ताह में होनी है।
साक्षात्कार के बाद जुलाई से पहले अंतिम परिणाम घोषित होने की उम्मीद है।
अबकी बरस अधिक पदकों की आस
बीते बरस खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खूब भागीदारी की लेकिन उन्हें पदकों केलिए तरसना पड़ा। वैसे नए वर्ष में दोनों ही स्तर की प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों की भागीदारी बढ़ाने के साथ बड़ी संख्या में पदक लाने की उम्मीद है। वर्ष 2015 में यूथ ओलंपिक, यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड यूथ सहित राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताएं होनी है। उपक्रीड़ाधिकारीरुस्तम खान के मुताबिक अबकी खेलों में भागीदारी के साथ पदकों की भी उम्मीद है।
सहायक अध्यापक होंगे सवा लाख शिक्षामित्र
अरसे से प्राथमिक स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षामित्रों को नए वर्ष में सहायक अध्यापक बनाए जाने की प्रक्रिया पूरी होगी।
पहले चरण में 58 हजार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाया जा चुका है।
परिषदीय स्कूलों को सवा लाख शिक्षक
परिषदीय विद्यालयों में बीते चार वर्षों से लंबित शिक्षकों के 72,825 पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी होने के साथ उन्हें स्कूलों में तैनाती मिलने की उम्मीद है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान-गणित के 29,334 शिक्षकों की चयन प्रक्रिया पूरी होने सहित उनकी तैनाती होगी। बीटीसी एवं विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए सरकार ने वर्ष के अंत में पंद्रह हजार शिक्षकों के पदों की घोषणा की है।
इसके लिए भी चयन की तैयारी है।
जीआईसी को मिलेंगे एलटी ग्रेड शिक्षक
प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में खाली एलटी ग्रेड शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया के भी नए साल में पूरी होने की उम्मीद है। खाली पदों पर शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
चयन बोर्ड भरेगा शिक्षकों के पद
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में 2010 के बाद से ठप पड़ी शिक्षक भर्ती को 2015 में गति मिलने की उम्मीद है। नए वर्ष के पहले महीने में ही टीजीटी-पीजीटी के पदों के लिए परीक्षा प्रक्रिया शुरू होने सहित दस हजार पद भरे जाएंगे।
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