Saturday, December 13, 2014

SUPREME COURT MEIN HUEE KARYVAHEE KO BYORA ACADEMIC & TET MORCHA KA BAYAN EK SATH:

ACADEMIC MORCHA ANSHUL MISHRA DWARA SUPREME COURT MEIN HUEE KARYVAHEE KO BYORA
नमस्कार बंधुओ-
कल अत्यधिक व्यस्त होने के कारन हम कल सुप्रीमकोर्ट में हुई सुनवाई के विषय में पोस्ट नहीं डाल सके जिसके लिए हम छमा प्रार्थी है|

कल अपने केस पर हुई सुनवाई में कोर्ट का रुख स्पष्ट दिखा और उन्होंने कहा की केवल टेट के अंको को चयन का आधार नहीं बनाया जा सकता| टेट मेरिट के अधिवक्ता विकाश सिंह जी ने गेम के नियम को गेम के बीच में नहीं बदले जा सकते की दलील दी जिस पर जज साहब ने कहा की नियमो को नए नियमो से परिवर्तित किया जा सकता है लेकिन उनके बार बार यही बात कहने पर हमरे अधिवक्ता श्री दिनेश द्विवेदी जी ने ऑब्जेक्शन करते हुए कहा कहा की यहाँ पर गेम के नियमो को बीच में बदले जाने की बात नहीं है यहाँ पर नियम कौन से प्रभावी होंगे इसकी बात है| टेट के अधिवक्ताओ का कहना है की 12वे और 15 वे संसोधन में केवल टेट के जगह अकेडमिक मेरिट को रखा गया है जिस पर अधिवक्ता वेंकट रमणी ने कहा की हमने पूरी सिलेक्शन प्रोसीजर को बाला है जिसके बाद उन्होंने जज साहब को 12वा और 15वा संसोधन पढ़कर सुनाया और 15वे संसोधन को जब सुनाया तब उन्होंने कहा की पुराने नियम लेफ्ट साइड पर है और न्यू नियम राईट साइड पर जिसके बाद जज साहब सरकार के अधिवक्ता वेंकट रमणी जी की बातो से पूर्ण रूप से संतुष्ट दिखे और उन्होंने कहा की अभ्यर्थी के अकेडमिक योग्यता को इग्नोर नहीं कर सकते लेकिन उन्होंने कहा की टेट के अंको का वेटेज ना देने के कारन 15वा संसोधन भी गलत है जिस पर वेंकट रमणी ने कहा की मेने टेट के अंको को भी महत्व दिया है यदि किसी 2 अभ्यर्थी के समान अकेडमिक गुणांक होगा तो उन अभ्यर्थियों का टेट अंक देखा जायेगा और जिसका टेट में अंक ज्यादा होगा उसको प्रथम वरीयता दी जाएगी जिस से जज साहब संतुष्ट दिखे और उन्होंने टेट के अधिवक्ताओ से पूछा की इससे आपको क्या दिक्कत है जिसका जबाब टेट के अधिवक्ताओ के द्वारा नहीं दिया गया| बाद में जज साहब ने कहा की टेट एक न्यूनतम योग्यता है लेकिन इसके अंको को भी क्वालटी पॉइंट के आधार पर महत्व दे दो जो आपके आपकी नियमावली में सबसे न्यूनतम वेटेज दिया जा सकता है जिस पर वेंकट रमणी ने मन किया और उन्होंने 15वे संसोधन को सही बताया उन्होंने कहा की 15वा संसोधन एन-सी-टी- की अधिसूचना दिनांक-23 अगस्त 2010 को पूरी तरह से फोलो करता है क्योकि 23 अगस्त की अधिसूचना में कहा गया है की निम्न योग्यताओ के साथ अभ्यर्थी को अपने राज्यों के द्वारा करवाए गए टेट का उत्तीर्ण होना आवाश्यक है जिस पर जज साहब ने यूनियन ऑफ़ इंडिया के अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल रनजीत कुमार की तरफ इशारा किया जिस पर उन्होंने कहा की केंद्र सरकार हायर एजुकेशन और टेकनीकल एजुकेशन में न्युक्ति का अधिकार रखती है लेकिन बेसिक शिक्षा में सिर्फ न्यूनतम योग्यता ही निर्धारित करती है जिस पर उन्होंने अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल रनजीत कुमार से 15वे संसोधन पर अपना रुख रखने को कहा| कल की सुनवाई तक हमारा पक्ष पूरी तरह से मजबूत था लेकिन अभी सुनवाई होना वाकी है इसलिए हमे फ़ाइनल आदेश के जाने तक अपना सर्वोतम देना होगा इस लिए आप सभी से आगे की सुनवाई के लिए टीम को तन,मन,धन का सहयोग करना होगा ताकि हम आगे की सुनवाई में अधिवक्ताओ का सबसे मजबूत पैनल खड़ा कर सके|
समयाभाव के कारन इस बार हम सभी जिलो की मीटिंग आयोजित ना कर प्रदेश स्तरीय मीटिंग का आयोजन 14 दिसम्बर 2014 रविवार को आजाद पार्क इलाहबाद में 11 बजे करने का आवाहन किया गया है जिसमे सभी जिला अध्यक्षों से अनुरोध है की अपने जिले के सक्रिय लोगो को इस मीटिंग में ले जाने का कार्य करे और साथ ही टीम के अन्य सक्रिय बंधु गुड्डू सिंह जी,मुन्नालाल जी,यज्ञदत्त शुक्ला जी,तिरुपेश पाण्डेय,रजत श्रीवास्तव,कृष्णकान्त पाण्डेय,राधे जी,लकी यादव,विवेक तिवारी,जितेन्द्र पाण्डेय,जी समेत अन्य सभी बंधू लोग इस बैठक को सफल बनाये जाने का सर्वोत्तम प्रयास करे| धन्यवाद| जय अकेडमिक|

TET MORCHA ADHYAKSH GANESH DIXIT DWARA KAL KI SUPREME COURT MEIN HUEE KARYVAHEE KO BYORA

साथियों,
गत दिवसों में तन - मन की व्याकुलता और शिथिलता को गत रात की चीर निद्रा में शांत कर पुनः एक बार टी टी मोर्चा गत दिवस की कार्यवाई और आगामी प्रक्रिया की समीक्षा सहित उद्र्ह्त हे
कल हमारे आधिकारिक पेनल के सर्वश्री पी पी राव,रवींद्र श्रीवास्तव,सुधीर चंद्रा,अभिषेक श्रीवास्तव अन्य आर पूरी तैयारी के साथ मौजूद थे पर नीयमत: अपीलेंट होने के कारण यू पी सरकार को अपना मत रखने का मौका दिया गया,वेंकट रमणी ने यू पी सरकार की तरफ़ से वही सारे तथ्य रखते हुए सरकार के नये विज्ञापन को सही सिद्व करने की कोशिश की जो की इससे पूर्व में हाइ कोर्ट या मुकुल रोहतगी ने रखे थे पर जजेस सर्वश्री दीपक मिश्रा यू यू ललित के प्रश्नों के आगे सरकारी वक़ील के सारे तथ्य तर्कहीन बेवुनियाद नज़र आने लगे,जजेस ने हमारे वकीलों को मौका ना देते हुए ख़ुद ही इतने प्रश्न किये की सरकारी वक़ील को उपहास का पात्र बनना पड़ा
सार रूप में जजेस ने 12th संशोधन को पूर्णत: सम्विधान सम्मत मान लिया हे जबकि पुराने विज्ञापन में कूछ तकनीकी त्रुटियों को दूर करने सम्बन्धी हाइ कोर्ट की सिंगल बेंच के आदेश के आधार पर किया गया 15th संशोधन करने का यू पी सरकार को अधिकार हे की नहीँ इस पर सॉलिसिटर जनरल ने बताया की यह प्रदेश सरकार का अधिकार हे ncte की तरफ़ से कोई वक़ील ना होने से अगली सुनवाई 16/12 को पार्ट हर्ड करते हुए नीयत की
मित्रों,कानूनन प्रदेश सरकार को किसी भी विज्ञापन या निविदा में कभी भी संशोधन का अधिकार हे बशर्ते की इस संशोधन से किसी का कोई अहित ना हो
प्रदेश सरकार के वक़ील लगातार कोर्ट में समान अभ्यर्थी वाले विज्ञापन में कभी भी संशोधन को प्रदेश सरकार का अधिकार बता रहे हें,इसमे अब हमारे वकीलों को दो बातें जजेस को स्पष्ट करनी होगी यथा :
1- दोनों विज्ञापन में अभ्यर्थी समान नहीँ हें 2- इस संशोधन से हजारों अभ्यर्थीयों का अहित हो रहा हे जो की पश्चगामि प्रभाव को रखते हुए समानता के मूल अधिकार का उल्घघन हे
आगे की सुनवाई में रेस्पोन्देन्ट के तौर पर सॉलिसिटर जनरल,ncte के वकील,अन्य लोगों के वकील जैसे राकेश द्विवेदी आदि और हमारे पेनल को अपना अपना मत रखने का मौका मिलेगा,कल की बहस और जजेस का रुख हमारे अनुकूल ही दिखा पर सॉलिसिटर जनरल का रुख प्रदेश सरकार के अनुकूल दिखा
आय - व्यय का ब्यौरा कोषराशि की समीक्षा कर जल्द ही सूचित किया जायेगा। मोर्चा अंतिम जीत तक अपने पथ पर कटिबद्ध हे,हम सब एक और साथ में विशिष्ट शक्ति हें
एक सलाह और हे की टी टी मोर्चा के अतरिक्त अन्य जो भी लोग किसी भी वकील को हायर करते हें वो उनकी ब्रीफिंग अच्छे से करवा दें जिससे की वो पूरा केस समझ कर ही कोर्ट में बोले,आधी अधूरी बात या तर्क जजेस के सामने हमारे लिये नकारात्मक ना हो क्योंकि ये हम,72825 के जीवन और नौकरी का सवाल हे जैसा की कल हमारे ही एक बड़े वक़ील ने अवांछनीय रूप से बीच - बीच में अनेक बार बोलने की कोशिश की जिस पर जजेस ने हर बार झुंझलाकर बैठ जाने को कहा,आशा हे की अगली सुनवाई में वकीलों की ब्रीफिंग सही सही और पूरी होगी और जो वक़ील ब्रीफिंग को समय ना दे उसे ना ही किया जाये तो ही ठीक होगा क्योंकि ये जीवन मरण का सवाल हे
सत्य और न्याय के पथ पर संगठित हो हम जीत की ओर अग्रसर हें। ईश्वर हमारे साथ हे और रहेगा,आप नेक रहे,एक रहें क्योंकि
सन्घेय शक्ति सर्वदा
जय हिन्द जय टी टी

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