Tuesday, December 16, 2014

एमफिल के कोर्स पर लटकेगा ताला!

कानपुर, जागरण संवाददाता : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में एमफिल का कोर्स दम तोड़ रहा है। सत्र 2013-14 में एमफिल के कई विषयों में छात्र प्रवेश लेने ही नहीं पहुंचे। 
असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए एमफिल की योग्यता खत्म करने से इस कोर्स का ग्राफ गिरा है।
एमफिल में प्रवेश के लिए आवेदन फॉर्म इतने कम छात्रों ने भरे कि विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रवेश परीक्षा तक निरस्त करानी पड़ी। छात्रों की संख्या कम होने से प्रवेश प्रक्रिया भी देर तक चली। उसके बाद भी इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए पहुंचने वाले छात्रों की संख्या नहीं बढ़ी। सीएसजेएमयू में एमफिल के आठ कोर्स संचालित हैं। इन सभी कोर्स में 25-25 सीटें हैं। 
इन सीटों पर प्रवेश लेने के लिए पिछले साल तक पांच सौ से अधिक छात्र आवेदन करते थे पर इस बार सीटें भरने तक का संकट गहरा गया है।
25 सीटों में भरी इतनी
  • भौतिक विज्ञान 1
  • अंग्रेजी 2
  • गणित 3
  • रसायन विज्ञान 4
  • लाइफ साइंस 11
बंद हुए नौकरी के दरवाजे
महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी धारक व नेट की योग्यता का नियम लागू होने के बाद छात्रों का रुझान एमफिल की ओर खत्म हुआ है। वहीं महाविद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए पीएचडी व नेट अनिवार्य किए जाने से एमफिल धारक व अध्ययनरत दस हजार छात्रों के सामने शिक्षक बनने के दरवाजे भी बंद हो गए हैं।
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यह सच है कि एमफिल में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या घटी है। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो विवि में एमफिल बंद किए जाने पर विचार किया जा सकता है।
प्रो. जेवी वैशम्पायन, कुलपति सीएसजेएमयू

Publish Date:Mon, 15 Dec 2014 08:22 PM (IST) | Updated Date:Mon, 15 Dec 2014 08:22 PM (IST)

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