Monday, December 15, 2014

बेस्ट टीचर्स के शिक्षण का बनेगा वीडियो

 सुल्तानपुर। परिषदीय प्राइमरी स्कूलों के गिरते शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए शासन स्तर पर व्यापक पैमाने पर प्रयोग किया जा रहा है। 

एससीईआरटी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले से सर्वश्रेष्ठ एक ऐसे शिक्षक का चयन किया जाए जो कक्षा एक और दो के बच्चों को पढ़ाने में पारंगत हो। इसके लिए हिंदी/गणित विषय के शिक्षक का चयन किया जाना है।

प्रत्येक विकास खंड से ऐसे शिक्षकों को पढ़ाते हुए पांच से सात मिनट की वीडियो फिल्म बनाई जाएगी। जनपद स्तर पर डायट प्राचार्य बीएसए की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक की वीडियो क्लिप का चयन होगा, जिसे राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भेजा जाएगा।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उप्र की ओर से एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का तीन फेरों में आयोजन किया गया है। पूरे प्रदेश के 25-25 जिलों को एक-एक फेरे में कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) अब्दुल कादिर ने बताया कि जिले में श्रेष्ठ शिक्षक का चयन करने के लिए सभी विकास खंड के दो-दो बेहतर शिक्षकों के शिक्षण कार्य करते हुए वीडियो फिल्म बनवाई जाएगी। विकास खंडों के एबीआरसी हिंदी एवं गणित के बेस्ट शिक्षकों का चयन करेंगे। उन वीडियो फिल्मों के आधार पर जनपद स्तर पर डायट प्राचार्य बीएसए जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का चयन करेंगे। चयनित शिक्षक सीडी सहित, बीएसए, डायट प्राचार्य एडी बेसिक फैजाबाद लखनऊ में होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होंगे।

इन बिंदुओं को आधार माना जाएगा

डीसी ट्रेनिंग अब्दुल कादिर ने बताया कि कक्षा एक दो में पढ़ाते समय शिक्षक छात्रों के विषय-वस्तु के अधिगम स्तर की जानकारी पढ़ाते समय ही प्राप्त करें, छात्रों की कठिनाइयों का कक्षा-कक्ष में ही निदान करें, प्रत्येक छात्र के अनुकूल पढ़ाने-समझाने के तरीके बदलें, कक्षा शिक्षण में ऐसे प्रावधानों का प्रयोग करे जिसमें सभी छात्रों की सहभागिता हो सके और छात्रों के संज्ञानात्मक पक्ष के साथ सहसंज्ञानात्मक पक्षों (अभिव्यक्ति, विश्लेषण क्षमता, समस्या समाधान, सहभागिता, सृजनात्मकता, नेतृत्व क्षमता आदि) का भी निरंतर मूल्यांकन हो।

आज बुलाई गई एबीआरसी की बैठक

बीएसए रमेश यादव ने बताया कि योजना के तहत सोमवार को दफ्तर के डॉ. राधाकृष्ण हॉल में एबीआरसी की बैठक बुलाई गई है। 31 दिसंबर तक वीडियो फिल्म का निर्माण पूर्ण करा लिया जाएगा। दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम में विद्यालय के वीडियो फिल्म निर्माण की प्रक्रिया में जिस शिक्षक का कक्षा शिक्षण प्रक्रिया में अधिक योगदान रहेगा उसे भी कार्यक्रम में प्रतिभाग कराया जाएगा।


प्रत्येक ब्लॉक से दो-दो शिक्षकों की बनेगी फिल्म
अमर उजाला ब्यूरो

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