नई दिल्ली। यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में सीसैट व्यवस्था पर केंद्र सरकार ने सभी दलों से दो हफ्ते में राय मांगी है। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में इस मुद्दे पर विचार विमर्श हुआ।
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार सभी दलों की राय जानने के बाद ही इस मुद्दे पर कोई फैसला करेगी। सीसैट पर बीते बजट सत्र में संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ था। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र देश के कई शहरों में आंदोलनरत थे।
दरअसल एस के खन्ना कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सिविल सेवा का पैटर्न 2011 से बदला गया। इसके तहत प्रारंभिक परीक्षा में सीसैट यानी सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (सीसैट) नाम का एक नया पेपर जोड़ दिया गया। 200 नंबर के नए सीसैट पेपर से अंग्रेजी और योग्यता का टेस्ट लिया जाने लगा। सीसैट के पेपर में ढाई-ढाई नंबर के कुल 80 सवाल होते हैं।
नायडू बोले, सभी पार्टियों से दो हफ्ते में मांगी है राय
अमर उजाला ब्यूरो
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