Monday, October 27, 2014

भर्ती परीक्षाओं में लगातार गड़बड़ियों से घटा भरोसा

प्रतियोगियों का कॅरियर दांव पर

अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। भर्ती परीक्षाओं में लगातार गड़बड़ियों से प्रतियोगियों का भरोसा डगमगाने लगा है। साथ में उनका कॅरियर भी दांव पर लग गया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सबसे प्रतिष्ठित सम्मिलित अपर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) भर्ती परीक्षा के पेपर में गलत जवाब को सही माने जाने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं।

पीसीएस-2014 प्रारंभिक परीक्षा में भी आयोग को 16 प्रश्नों के जवाब संशोधित करने पड़े। एसएससी की भर्ती परीक्षाओं में गैंग के सक्रिय होने की बात पहले ही सामने आ चुकी है तो अब एसबीआई पीओ के साक्षात्कार में भी बड़े पैमाने पर धांधली सामने आई है। इनके अलावा माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की शिक्षक, रेलवे, दारोगा भर्ती समेत अन्य परीक्षाओं में भी अभ्यर्थियों की ओर से आपत्ति जताई गई है। 

लोक सेवा आयोग की भर्तियों में गड़बड़ी के खिलाफ प्रतियोगियों का एक वर्ग लगातार हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर रहा है लेकिन अन्य नियुक्तियों में भर्ती संस्था के फैसले पर ही अभ्यर्थियों का भविष्य टिका है।

आयोग के खिलाफ कानूनी तथा सड़क पर लड़ाई लड़ने वाले अवनीश पांडेय, सुधीर सिंह का कहना है कि भर्तियों में लगातार गड़बड़ी से लाखों प्रतियोगियों को नुकसान हो रहा है। इसकी वजह से मेधावी गलत राह पर भी चलने लगे हैं। इसलिए कानूनी लड़ाई के साथ व्यापक आंदोलन की योजना बनाई गई है।

यूपीपीएससी : जवाब पर ही सवाल

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की हर भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं। खास यह कि आयोग के जवाब पर ही सवाल खड़ा हो गया है। अधिकतर भर्ती परीक्षाओं के पेपर में आयोग को जवाब संशोधित करना पड़ा है। इससे आयोग की पूरी भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़ा हो गया है।
प्री में फेल फिर दी मुख्य परीक्षा
दारोगा भर्ती में प्रारंभिक परीक्षा में फेल अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में बैठाया गया। 

उनका बकायदे प्रवेश पत्र जारी हुआ है। इसके विरोध में अभ्यर्थियों ने हर स्तर पर शिकायत की है।

एसएससी की भर्तियां कटघरे में

कर्मचारी चयन आयोग की भर्तियों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। आयोग की सबसे बड़ी भर्ती संयुक्त स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा-2013 में गड़बड़ी की वजह से दोबारा परीक्षा करानी पड़ी। इसमें नकल कराने वाला गैंग भी पकड़ा गया है। 

इसके बाद परीक्षा में सख्ती के लिए कई इंतजाम किए गए लेकिन संयुक्त स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा-2014 में भी पेपर आउट होने का आरोप लगा है। यह परीक्षा कई चरणों में नवंबर में आखिरी रविवार तक चलेगी। पिछले रविवार को हुई पहले चरण की परीक्षा में पेपर आउट होने का आरोप लगाते हुए इलाहाबाद के एक केंद्र के 44 अभ्यर्थियों ने एग्जाम छोड़ दिया। सोशल साइट्स पर ग्रुप में शामिल अभ्यर्थियों ने पटना तथा कई अन्य जिलों में भी पेपर का सील खुले होने तथा परीक्षा छोड़ने की बात लिखी है। ऐसे में एक बार फिर परीक्षा स्थगित होने की आशंका बन गई है।

साक्षात्कार में शामिल हुए ‘मुन्नाभाई’

एसबीआई पीओ के इंटरव्यू में बहुत चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अब इस भर्ती पर भी फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग की नजर पड़ गई है। इन दिनों साक्षात्कार चल रहा है। अकेले लखनऊ केंद्र पर छह लोग पकड़े जा चुके हैं। इनमें लिखित परीक्षा किसी ने दी तो साक्षात्कार में कोई और शामिल हुआ। पटना तथा अन्य केंद्रों पर यह संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। खास यह कि लखनऊ केंद्र पर साक्षात्कार देने पहुंचे तीन फर्जी अभ्यर्थी राजस्थान के हैं। इनमें दो एक ही गांव के हैं। साक्षात्कार से जुड़े एक अफसर ने बताया कि जालसाज इतने शातिर हैं कि उन्होंने ऑनलाइन आवेदन के समय ही फोटो में छेड़छाड़ कर दी। इससे उनकी पहचान भी आसान नहीं है। इन्हें अंगूठे के निशान के आधार पर पकड़ा गया। पूरे घटनाक्रम को देखते हुए इसके पीछे किसी गैंग का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।

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