Monday, October 27, 2014

2015 तक प्राथमिक शिक्षा के लिए दुनियाभर में 4 मिलियन शिक्षकों की जरूरत


दिल्ली

2015 तक दुनियाभर में प्राथमिक शिक्षा देने के लिए 4 मिलियन और शिक्षकों की जरूरत है. फिलहाल दुनियाभर में 29 मिलियन प्राइमरी टीचर कार्यरत हैं. वहीं, अगर 2030 तक की बात की जाए, तो प्राथमिक शिक्षा के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 27.3 मिलियन टीचरों की आवश्यकता होगी.

दुनियाभर के 650 मिलियन प्राइमरी स्कूली छात्रों में से करीब 250 मिलियन छात्रों को बुनियादी शिक्षा से वंचित हैं. इस कमी से निबटने के लिए ज्यादातर देशों में ऐसे टीचरों की भर्ती की जा रही है, जिनके पास उचित योग्यता और ट्रेनिंग नहीं है. दरअसल, एक-तिहाई देशों में 75 फीसदी से भी कम प्राइमरी टीचर्स प्रशिक्षित हैं.

इंस्टीट्यूट फॉर स्टैटिस्टिक्स (UIS) और EFA ग्लोबल मॉनिटरिंग रिपोर्ट (GMR) द्वारा तैयार की गई यूनाईटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन (UNESCO) पॉलिसी पेपर के मुताबिक 93 देशों में शिक्षकों की भारी कमी देखी गई है. कुल मिलाकर, दुनियाभर में प्राथमिक शिक्षा देने के लिए 4 मिलियन शिक्षकों की भर्ती करनी होगी.
यूनेस्को डेटा के मुताबिक, अकेले भारत को प्राथमिक शिक्षा में अपना योगदान देने के लिए 3 मिलियन शिक्षकों की भर्ती करनी होगी.

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