Tuesday, October 29, 2013

रिपोर्ट के आधार पर सुधारा जाएगा परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर


सर्वे रिपोर्ट बताएगी कैसी मिल रही शिक्षा
लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था के लिए पहली बार सरकारी स्तर पर सर्वे का काम शुरू हुआ है। यह काम प्रदेश के 10 जिलों में इस माह शुरू होकर नवंबर तक चलेगा। इसके बाद इस रिपोर्ट को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को सौंपा जाएगा। इससे तय होगा कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल है। रिपोर्ट के आधार पर परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई में सुधार का काम शुरू किया जाएगा।
एससीईआरटी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में बीटीसी का प्रशिक्षण ले रहे छात्रों के सहयोग से सर्वे कराएगा। इसमें बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा के साथ स्कूलों का भी रिपोर्ट तैयार किया जाएगा। बच्चों के अलावा प्रधानाध्यापकों से भी कुछ सवाल पूछे जाएंगे। इसमें स्कूल की इमारत पक्की है? चारों ओर पक्की दीवारें बनी हैं? शिक्षक मानक के अनुरूप हैं की नहीं। इस तरह अन्य कई सवाल पूछे जाएंगे। जिस बच्चे से सवाल पूछा जाएगा उसके नाम से एक फार्म भरा जाएगा। इसके आधार पर ही बौद्धिक क्षमता का आकलन किया जाएगा।
इसलिए हो रही कवायद
प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कक्षा 8 तक की शिक्षा पर अरबों रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके बाद भी बच्चों को न के बराबर जानकारी होती है। खासकर विज्ञान, गणित और अंग्रेजी बहुत कम बच्चों को आती है। केंद्रीय संस्था या फिर स्वयंसेवी संस्थाएं आए दिन सर्वे करके परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती रहती हैं। इसलिए पहली बार एससीईआरटी स्तर पर स्कूलों का सर्वे कर बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा का आकलन किया जा रहा है।
इस तरह के होंगे सवाल
कक्षा चार के बच्चों से बच्चों से होने वाले सवाल : लकड़ी के एक लट्ठे को लुढ़कता हुआ देख आदि मानव को .... अविष्कार करने पर विचार आया होगा। खाली स्थान पर क्या भरा जाएगा? ट्रैफिक सिगनल में लाल, पीली और हरे रंग की बत्तियां होती हैं। कभी-कभी केवल बत्ती जलती ही रहती है। इसका क्या मतलब होता है? इसी तरह, तस्वीर दिखाकर उसके बारे में पूछा जाएगा। गणित के लिए सामानों की कीमत से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। विज्ञान के लिए शरीर के अंगों का नाम पूछा जाएगा। इसी तरह कक्षा सात के बच्चों से सवाल पूछे जाएंगे।



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