Wednesday, July 17, 2013

UPPSC : दूसरे दिन भी अटकी रहीं सांसें


इलाहाबाद : लोकसेवा आयोग की नई आरक्षण नीति के विरोध में सोमवार को हुए बवाल के दूसरे दिन भी शहरी दहशत में रहे। मंगलवार को सुबह घर से निकलने से पहले लोग परिचितों और दोस्तों से प्रदर्शन के बारे में जानकारी लेते रहे। कई स्कूलों में तो पहले ही अवकाश घोषित कर दिया गया था मगर जो विद्यालय खुले थे, वहां भी अभिभावकों ने बच्चों को नहीं भेजा। इसके चलते नगर के अधिकांश बड़े विद्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा।

पांच दिनों से चल रहे लोकसेवा आयोग के आरक्षण के विरोध ने सोमवार को उग्र रूप धारण कर लिया था। दोपहर तकरीबन बारह बजे से दो बजे तक उपद्रवी छात्रों ने सिविल लाइंस इलाके में जमकर तोड़फोड़ की। दर्जनों चार पहिया वाहन, आधा दर्जन रोडवेज बसें, शॉपिंग मॉल व होटलों पर पथराव किया गया। आरक्षण विरोधियों के गुस्से का शिकार राहगीर भी हुए थे। जिसने भी यह दृश्य देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए थे। प्रदर्शनकारियों की भीड़ में फंसे स्कूली बच्चों को निकालने में अभिभावकों के पसीने छूट गए थे। दफ्तरों के लिए निकले लोग भी पथराव की जद में आए थे। ऐसे में दूसरे दिन लोग घर से निकलने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे। शहर में दिनभर फैली अराजकता की छाया फेसबुक और ट्वीटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी देखने को मिली। शहर के तमाम यूजर आरक्षण के विरोध में गए उग्र प्रदर्शन पर अपनी रायशुमारी करते नजर आए। दिनभर सब कुछ सामान्य रहने पर शहरियों ने शाम को राहत की सांस ली।

रिश्तेदारों और दोस्तों ने लिया हाल

शहर में सोमवार को हुए हंगामे की खबर समाचार पत्रों और टीवी चैनलों के जरिए आसपास के जिलों तक पहुंची तो लोग अपने परिचितों की खैरियत जानने को बेकरार हो गए। सुबह से ही लोग फोन के जरिए अपनों का हाल लेते नजर आए। यह सिलसिला ढलने तक चलता रहा।


News Sabhaar : Jagran (16.7.13)

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