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Friday, December 12, 2014

फिर कठघरे में कर्मचारी चयन आयोग

  • अभ्यर्थियों में लगातार बढ़ता जा रहा असंतोष, 
  • पहले भी कई परीक्षाओं को लेकर उठी हैं उंगलियां
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : कभी विश्वसनीयता का पर्याय माने जाने वाले कर्मचारी चयन आयोग के खिलाफ अभ्यर्थियों का गुस्सा अनायास नहीं है। पिछले कुछ सालों से आयोग की साख लगातार घट रही है और अपनी परीक्षाओं के इंतजाम को लेकर वह कठघरे में आता जा रहा है। यहां आयोग कार्यालय पर प्रदर्शन को उमड़े अभ्यर्थी बेङिाझक सवाल उठाते हैं-‘सफल होने वालों की सूची में आखिर हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम के छात्रों की ही भरमार क्यो?’ हालांकि इस सवाल का जवाब दे पाना आयोग के मध्य क्षेत्र कार्यालय की सामथ्र्य के बाहर है।

Thursday, December 11, 2014

एसएससी के खिलाफ फिर सड़क पर उतरे छात्र

इलाहाबाद (ब्यूरो)। एसएससी की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) 2013 की मुख्य परीक्षा को निरस्त करने की मांग करते हुए प्रतियोगी छात्र बुधवार को फिर सड़क पर उतर आए। उन्होंने एसएससी क्षेत्रीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और परीक्षा निरस्त करने की मांग की।
प्रतियोगी छात्रों ने प्रशासन को आगाह करने के लिए पुलिस लाइन तक मार्च निकाला। 

Friday, November 21, 2014

मांगे मनवाकर ही माने प्रतियोगी छात्र


मांगे मनवाकर ही माने प्रतियोगी छात्र
जासं, इलाहाबाद : एसएससी संघर्ष मोर्चा के अनशनकारियों ने अफसरों को घुटनों पर ला दिया। युवाओं का आमरण अनशन तब तक जारी रहा, जब तक कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के अफसरों ने सारी मांगे मान नहीं लीं। गुरुवार शाम को आंदोलन खत्म होने पर अफसरों ने राहत की सांस ली है।

Tuesday, November 18, 2014

सड़क पर उतरे छात्र, आमरण अनशन शुरू

जासं, इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) पुनर्परीक्षा 2013 के परिणाम को लेकर आक्रोशित प्रतियोगी छात्र सोमवार को सड़क पर उतर आए। एसएससी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने कार्यालय का घेराव किया और यहां सड़क जाम कर आमरण अनशन शुरू कर दिया। दिनभर सड़क जाम से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, लेकिन छात्र बिना ठोस वादे के हटने को तैयार नहीं हैं। क्षेत्रीय निदेशक की बात मानने से प्रतियोगियों ने इनकार कर दिया है।