Tuesday, December 30, 2014

समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभयर्थियों को मिले नियुक्ति-पत्र |

कल मैंने अपनी पोस्ट में कई मुद्दे सुझाये थे पर समयाभाव के कारण विस्तारित नहीं बताया पाया था परन्तु अब रड़नीति आपके समक्ष रख रहा हूँ |


) कल मैंने आप सभी को अवगत कराया था की ६५-७०% के जो बचे हुए अभ्यर्थी हैं यानी जिन्हे सरकार माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार नहीं लेकर चल रही है या कोर्ट भाषा में ये कहा जाए की सुप्रीम कोर्ट के आर्डर का " compliance " नहीं कर रही है उन्हें तो साथ आना ही होगा |


) साथ ही जिनकी काउंसलिंग ७०% ६५% नीचे हो गयी है परन्तु सुप्रीम कोर्ट के आर्डर से बार्ड हो गए हैं और काउंसलिंग करवाने के पश्चात भी नियुक्ति-पत्र से वंचित रह गए हैं | ऐसे अभ्यर्थी/अभ्यर्थिनी को जो की किसी भी स्पेशल केटेगरी से हो या आरक्षित वर्ग का हो या अनारक्षित वर्ग का हो उन सबकी बातों को हमारी तरफ से सुप्रीम-कोर्ट में रखा जायेगा | उन सभी अभ्यर्थियों को सुप्रीम-कोर्ट से राहत देने की मांग की जाएगी |

) अपने अगला कदम क्या होंगे जो की हमारे अधिवक्ता को वहां कहना होगा ?
सरकार हुए आदेश की मनमानी व्याख्या करते हुए इस बार ज्यादा से ज्यादा ४०-४५ हजार अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति पत्र वितरित कर सकती है | इसको लेकर ही हम माननीय उच्चतम न्यायालय से ये मांग करेंगे की तीन लाख रिक्त पड़े पदों में से अभी ४०-४५ हजार अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति-पत्र दे पायी है |
हम माननीय उच्चतम न्यायालय से मांग करेंगे की १७ तारीख को हुए आर्डर में कम से कम % छूट दी जाए और उस रिलेक्सेशन को पाने के पश्चात हम ये दिखाएंगे की जो आर्डर १७ तारीख को माननीय उच्चतम न्यायालय ने किया था और सिलेक्शन का क्रिटेरिया बनाया था उसके तहत अभी ४०-४५ हजार बच्चे ही नियुक्त हो पाये हैं इसलिए माननीय उच्चतम न्यायालय से आग्रह किया जायेगा की अपने १७ तारीख को हुए आर्डर में % अंकों अर्थात ९७ अनारक्षित तथा ९० आरक्षित टीईटी अंक प्राप्त अभ्यर्थियों का चयन सुनिश्चित किया जाए |


हिम्मत हारिये जो १११-११२ वाले हिम्मत हार गए थे उन्हें कुछ दुसरो के द्वारा किये गए प्रयासों से सीखना चाहिए वरन कोशिश कीजिये , सहसियों की कभी हार नहीं होती |

"जीवन में सबसे कठिन दौर ये नहीं है जब तुम्हे कोई समझता नहीं है बल्कि यह तब होता है जब तुम अपने आप को नहीं समझ पाते"|
"जिंदगी में अगर बुरा वक्त नहीं आता तो अपनों में छिपे हुए गैर और गैरों में छिपे हुए अपने कभी नजर नहीं आते "|
धन्यवाद

आपका दिन मंगलमय हो |

संपर्क करें : हिमांशु राणा , 9927035996

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