Friday, October 31, 2014

अधर में लटकी 2.47 लाख की छात्रवृत्ति



मैनपुरी: प्राइमरी और जूनियर कक्षाओं में अध्ययनरत 247720 छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति अधर में लटक गई है। सरकार ने केवल पिछड़ी जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने का आदेश जारी किया है। जबकि सामान्य और अनुसूचित जाति के लिए अभी तक कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं। हालात ये हैं कि नवीन शिक्षा सत्र के चार माह बीतने के बाद पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति फीडिंग के लिए अभी तक साफ्टवेयर सरकार नहीं दे पाई है।

सरकार ने पहले कन्या विद्याधन पर रोक लगाई, फिर लैपटॉप देने से मना कर दिया। टेबलेट का सपना अधूरा ही रह गया। लेकिन अब नए शिक्षा सत्र में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने में भी सरकार नानुकुर कर रही है। सरकार ने प्राइमरी और जूनियर कक्षाओं में अध्ययनरत सामान्य जाति और अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने का अभी तक कोई जिक्र नहीं किया है। जबकि पिछड़ी जाति को छात्रवृत्ति देने की हामी भरी है। लेकिन पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं के आवेदनों की फीडिंग करने के लिए अभी तक सॉफ्टवेयर जारी नहीं किया गया है।
'सामान्य और अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने संबंधी कोई पत्र नहीं आया है। पिछड़ी जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने के निर्देश मिले हैं। लेकिन अभी तक आवेदन फीडिंग करने के लिए साफ्टवेयर नहीं मिला है। सॉफ्टवेयर मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। '

मो. कलीम पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, मैनपुरी।

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