Thursday, November 28, 2013

रिजल्ट नहीं महकमों के पास



27-11-13T21:05:57 लखनऊ (उप ब्यूरो) हाई कोर्ट ने नवंबर 2011 में हुई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट के आधार परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती को अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट के आधार पर 72,825 पदों पर शिक्षकों की भर्ती का जो आदेश दिया है, उसे अमली जामा पहनाने में कई पेंच हैं। अदालत
के आदेश के आधार पर भर्ती करने से पहले सरकार को सरकार को कई मुद्दों पर स्थिति स्पष्ट करनी होगी। अव्वल यह है कि 13 नवंबर 2013 को आयोजित हुई टीईटी का कोई प्रामाणिक परीक्षाफल तो बेसिक शिक्षा विभाग के पास मौजूद है और न ही आयोजक संस्था यूपी बोर्ड के पास। टीईटी के रिजल्ट की कोई हार्ड कॉपी तो यूपी बोर्ड के पास है और ही बेसिक शिक्षा विभाग के। यूपी बोर्ड ने टीईटी के रिजल्ट की सिर्फ एक सीडी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को सौंपी थी। हाई कोर्ट के आदेश पर तो यूपी बोर्ड ने टीईटी के अभ्यर्थियों के रिजल्ट को संशोधित किया ही, इसी की आड़ में टीईटी के रिजल्ट में धांधली भी की गई। इस धांधली में तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को जेल जाना पड़ा था। लेकिन शिक्षक भर्ती के लिए जिम्मेदार बेसिक शिक्षा महकमे को पुख्ता तौर पर यह जानकारी नहीं है कि दूध में कितना पानी मिलाया गया। यानी कितने अभ्यर्थियों के अंकों से नाजायज तरीके से  छेड़छाड़ की गई, यह अब तक सामने नहीं
पाया है। इस मामले की पड़ताल में कभी सरकार ने भी रुचि नहीं दिखाई। अब धर्मसंकट यह है कि इसी तोड़ी-मरोड़ी गई मेरिट के आधारपर अभ्यर्थियों की रोजी-रोटी तय होना है। दूसरी दिक्कत यह है कि 30 नवंबर 2011 को शिक्षक भर्ती के लिए जारी विज्ञापन के जरिये अभ्यर्थियों को सिर्फ पांच जिलों में आवेदन की छूट थी। हाईकोर्ट के
आदेश पर शिक्षकों की भर्ती के लिए 20 दिसंबर 2011 को फिर से विज्ञापन जारी किया गया जिसमें अभ्यर्थियों को ऐच्छिक जिलों में आवेदन की छूट दी गई थी। इस विज्ञापन के तहत 68,06,434 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिन्होंने आवेदन शुल्क के रूप में बैंक ड्राफ्ट लगाये थे। शिक्षक भर्ती अटक जाने से कई अभ्यर्थियों ने आवेदन शुल्क वापस ले लिया। जिन आवेदकों ने आवेदन शुल्क वापस नहीं लिया, छह महीने बीतने के बाद उनके द्वारा जमा किये गए ड्राफ्ट की वैलेडिटी खत्म हो चुकी है। ऐसे में अब विभाग यदि पुराने विज्ञापन के आधार पर भर्ती शुरू करने की सोचता है तो यह भी पेंच फंसेगा।
 


See also: http://uptetpoint.wapka.me/index.xhtml

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