Wednesday, December 10, 2014

माध्यमिक शिक्षा परिषद में फिर कार्यवाहक सचिव की तैनाती पर उठे सवाल

लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार संकट खड़ा हो सकता है। इसकी मुख्य वजह सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद के पद पर कार्यवाहक सचिव की तैनाती है। माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली ने शकुंतला यादव को हटाने के बाद पहले प्रभा त्रिपाठी फिर अमरनाथ वर्मा को कार्यवाहक सचिव बनाया है। यह स्थिति तब है जब विभाग के पास अपर निदेशक स्तर के अधिकारियों की लंबी कतार है। सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर कार्यवाहक सचिव की बार-बार तैनाती को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।
यूपी बोर्ड परीक्षा इस बार परीक्षा एक माह पहले यानी 19 फरवरी से होगी। परीक्षा कराने की सारी जिम्मेदारी सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की होती है। इसलिए बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के समय सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को नहीं हटाया जाता है। इस पद पर रही शंकुतला यादव ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा को पत्र लिखकर सचिव पद से हटाने के साथ ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी थी। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा मंत्री के निर्देश पर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की अपर परियोजना निदेशक प्रभा त्रिपाठी को सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया गया।
प्रभा त्रिपाठी काफी समय से बीमार चल रही हैं और पीजीआई में भर्ती हैं। इस बीच माध्यमिक शिक्षा मंत्री के निर्देश पर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद का अतिरिक्त कार्यभार वैकल्पिक एवं साक्षरता निदेशक अमरनाथ वर्मा को दे दिया गया है, जबकि यह पद अपर निदेशक स्तर के अधिकारी का है। अमरनाथ को अतिरिक्त कार्यभार देने के बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है। विभागीय अधिकारी दबी जुबान से कहते हैं कि इलाहाबाद में ही अपर निदेशक स्तर के पांच अधिकारी हैं और अतिरिक्त प्रभार इन्हें भी दिया जा सकता था।
  • बोर्ड परीक्षा में खड़ा हो सकता है संकट
  • अमरनाथ को अतिरिक्त चार्ज देने से चर्चाओं का बाजार गर्म

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