Wednesday, December 3, 2014

दागी स्कूलों को केंद्र बनाने की सिफारिश तैयार की गई सूची में नकल के आरोपी स्कूल भी शामिल

इलाहाबाद। शासन एवं यूपी बोर्ड की ओर से बोर्ड परीक्षा 2015 के लिए परीक्षा केन्द्र तैयार करने में सावधानी बरतने के आदेश के बाद भी परीक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारी चेत नहीं रहे हैं। जिला एवं मंडलीय समितियों की ओर से तैयार केन्द्रों की सूची में दागी विद्यालयों को शामिल कर लिया गया है। परीक्षा केन्द्र की सूची तैयार करने की पहली जिम्मेदारी जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी को सौपी गई है। इस सूची को तय करने में जिला विद्यालय निरीक्षकों की हीलाहवाली के कारण प्रमुख सचिव माध्यमिक ने अब सूची की निगरानी सीधे मंडलायुक्तों को सौप दिया है।
जिला समितियों की ओर से तैयार परीक्षा केन्द्रों की सूची में मनमानी की बात सामने आई है। लखनऊ, इलाहाबाद, कौशांबी, मैनपुरी सहित पूर्वांचल के कई जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक अपने अधिकारियों की नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के नेताओं के कहने पर परीक्षा केन्द्र फाइनल कर रहे हैं। इस बात की शिकायत लेकर बड़ी संख्या में सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्य बोर्ड मुख्यालय पहुंच रहे हैं। बोर्ड मुख्यालय पहुंची शिकायतों में कहा गया है कि तीन वर्ष पूर्व मान्यता पाने वाले विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाने के साथ पिछले वर्षों में नकल के आरोप में दागी बनाए गए स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बना दिया।
डीआईओएस की ओर से जारी सूची में ऐसे विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है जो विगत वर्षों में दूसरे राज्यों के छात्रों को परीक्षा फार्म भरवाने के आरोप के घेरे में आ चुके हैं। दागी केन्द्रों में नवज्योति इंटर कॉलेज, पब्लिक इंटर कॉलेज, आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आदि शामिल हैं।
दूसरे राज्यों के छात्र-छात्राओं को फार्म भरवाकर परीक्षा पास कराने वाले स्कूल भी केन्द्रों में शामिल
जिला समितियों की ओर से तैयार परीक्षा केन्द्रों की सूची की निगरानी के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशकों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त शासन की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों से परीक्षा केन्द्रों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। जिला अथवा मंडल स्तर की ओर से तैयार केन्द्रों की सूची में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदारी तय की जाएगी। -
प्रभा त्रिपाठी, सचिव यूपी बोर्ड

डॉ.अखिलेश मिश्र

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