Tuesday, November 11, 2014

इस सत्र में तो नहीं होंगे बेसिक शिक्षकों के तबादले : लगभग आधा सत्र बीता, जारी नहीं हुई तबादला नीति

  • लगभग आधा सत्र बीता, जारी नहीं हुई तबादला नीति
  • शिक्षकों के संगठन ने समायोजन का किया था विरोध
इलाहाबाद : यह शैक्षिक सत्र भी तबादला शून्य होने की ओर है। आधा सत्र बीत चुका है, अब तक शासन ने नई नीति जारी नहीं की है। शिक्षकों ने समायोजन किए जाने का विरोध किया था जिसके बाद न तो समायोजन हुआ और न ही तबादला। खास बात यह है कि जिस वजह से तबादला नीति को लंबित किया गया था वह प्रक्रिया अभी जारी है और जिस तरह से कार्य हो रहा है उससे अभी कई माह और लगना तय है। ऐसे में चालू सत्र में शिक्षकों का तबादला हो पाना मुश्किल ही है। 

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेश में संचालित प्राथमिक एवं जूनियर स्कूलों के तमाम शिक्षकों का तबादला होने की हसरत इस बार पूरी नहीं होगी। चालू शैक्षिक सत्र शुरू होने के समय एक साथ दो-दो प्राथमिक स्कूलों के लिए सहायक अध्यापक एवं जूनियर स्कूलों में विज्ञान और गणित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई। ऐसे में अफसरों ने यह रणनीति बनाई कि अभी तबादला न किया जाए। जब नए शिक्षक आ जाएंगे तो उनको रिक्त स्थानों पर नियुक्ति के बाद तबादला शुरू किया जाएगा। इससे शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं होगा और नए शिक्षक सलीके से समायोजित भी हो जाएंगे। 

दोनों भर्ती प्रक्रिया समय पर शुरू तो हो गई, लेकिन वह पूरी होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। हालत यह है कि प्राथमिक शिक्षकों की तीसरे चरण की काउंसिलिंग चल रही है, विज्ञान-गणित शिक्षकों की छठी काउंसिलिंग कराने की तैयारी है जिससे साफ है कि दोनों श्रेणियों में भर्ती प्रक्रिया अभी लंबी चलेगी। सितंबर-अक्टूबर में तबादला नीति जारी होने वाली थी लेकिन आला अफसरों ने उसे रुकवा दिया। ऐसे में स्पष्ट है कि बड़े पैमाने पर तबादले अब संभव नहीं होंगे। पहुंच वाले शिक्षक जरूर अपना तबादला करवाने के लिए आला अफसरों की परिक्रमा कर रहे हैं। इस समय शिक्षा निदेशालय में ऐसे शिक्षकों की भीड़ जुट रही है। उधर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा का कहना है कि अब तबादला आदेश होने की उम्मीद नहीं है। यह सत्र तबादला शून्य होने के पूरे आसार हैं। जिनका शारीरिक अक्षमता आदि कारणों से तबादला होना जरूरी है उसका संज्ञान लिया जा रहा है।

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