Friday, November 21, 2014

यूपीटीयू देगा थर्ड जेंडर को पहचान

आवेदन फॉर्मो में बढ़ाया जा रहा है कॉलम, अगले सत्र से एसईई में लागू होगी व्यवस्था 

आगरा: उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीयू) अब थर्ड जेंडर यानि किन्नरों को भी उनका हक और पहचान देने जा रहा है। इसकी शुरुआत प्रवेश फॉर्मो से होने जा रही है। फॉर्मो में थर्ड जेंडर के लिए कॉलम बढ़ाया जा रहा है। अगले सत्र से स्टेट एंट्रेंस एग्जाम (एसईई) के फॉर्मो में यह कॉलम भी होगा।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने किन्नरों को भी पहचान दे दी है। कोर्ट के आदेश पर कुछ माह पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विवि को दिशा-निर्देश जारी कर थर्ड जेंडर का कॉलम शामिल कर लिया है। निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने के बाद ऐसे अभ्यर्थियों को भी प्रवेश दिया जाएगा। पिछले दिनों यूपीटीयू कार्यकारिणी की बैठक में इस पर अंतिम फैसला ले लिया गया। अब यूजीसी स्नातक, परास्नातक और पीएचडी कोर्सो के आवेदन फॉर्मो में थर्ड जेंडर का कॉलम जोड़ रहा है। यानि यूपीटीयू के प्रवेश फॉर्मो में अब मेल, फीमेल की तरह थर्ड जेंडर भी एक कैटेगिरी होगी। 12 जनवरी 2015 को यूपीटीयू के दीक्षा समारोह में इस बात की घोषणा भी की जाएगी। अगले सत्र से एसईई के तहत होने वाले प्रवेश बीटेक, एमबीए सहित अन्य कक्षाओं में इसे लागू किया जाएगा। यूपीटीयू के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में यूपीटीयू पहला विवि है, जिससे थर्ड जेंडर को पहचान दिलाने का प्रयास किया है।

No comments:

Post a Comment