Monday, November 17, 2014

हर ब्लॉक में विकसित होंगे पांच मॉडल स्कूल


जासं, इलाहाबाद : 'हर्रे लगे न फिटकरी रंग चोखा' कहावत की तर्ज पर बेसिक शिक्षा विभाग चल पड़ा है। विकास खंड स्तर पर पांच स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने की तैयारी है। सामान्य स्कूलों को मॉडल बनाने का जिम्मा खंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया है। स्कूलों का चयन एक माह में पूरा करने का निर्देश है साथ ही इन स्कूलों को लोहिया समग्र गांवों में शामिल करने को कहा गया है।
अपर शिक्षा निदेशक बेसिक विनय कुमार पांडेय ने शनिवार को सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर ब्लाक में पांच स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाए। इन स्कूलों में आधारभूत सुविधाएं पूर्णरूप से उपलब्ध हों। मसलन मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, शैक्षिक गुणवत्ता व खेलकूद की व्यवस्था उच्च कोटि की हो। बोले, इन मॉडल स्कूलों में विकास खंड के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों का भ्रमण कराया जाए जिससे वे विद्यालय के क्रियाकलापों से प्रेरित हो सकें। अपर निदेशक ने इलाहाबाद, कौशांबी, फतेहपुर एवं प्रतापगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारियों को नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संबोधित करते हुए कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी निरीक्षण में विद्यालय का स्तर जरूर देखें। निरीक्षण का उद्देश्य सुधारात्मक होना चाहिए न कि दंडात्मक। यह अल्टीमेटम भी दिया कि जहां शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर कम मिलेगा वहां के खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण करने वाले स्कूल को पहले से सूचित किया जाए ताकि वे निरीक्षण से पूर्व सुधार कर सकें। छात्रों को मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम, राजधानी, जिला एवं मंडल का नाम जरूर मालूम होना चाहिए।
शिक्षा अधिकारियों ने अपर निदेशक को अपने वेतन, एरियर एवं प्रमोशन की समस्याओं से भी अवगत कराया। साथ ही कहा कि उन्हें बीएलओ, जनगणना व मतदान आदि कार्यो में लगा दिया जाता है इससे पठन-पाठन प्रभावित होता है। बैठक में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक इलाहाबाद मंडल रमेश कुमार तिवारी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार भी उपस्थित थे।

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