Wednesday, July 31, 2013

कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षक को टीईटी जरूरी


•नए शिक्षकों के चयन के लिए होगा टीईटी अनिवार्य
शासनादेश जारी, चयन प्रक्रिया शीघ्र होगी शुरू
लखनऊ। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में वार्डन और शिक्षक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य कर दी गई है। नए शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी की अनिवार्यता होगी और जो शिक्षक काम कर रहे हैं, उनके लिए यह अनिवार्य नहीं होगा। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने सोमवार को इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही चयन प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 11 से 14 वर्ष की लड़कियों को मुफ्त आवासीय शिक्षा देने के लिए केजीबीवी खोले गए हैं। इन स्कूलों में लड़कियों को कक्षा 6 से 8 तक की मुफ्त शिक्षा के साथ रहने और खाने की व्यवस्था रहती है। प्रमुख सचिव ने शासनादेश जारी करते हुए कहा है कि 100 छात्राओं के लिए केजीबीवी में एक वार्डन, चार फुलटाइम शिक्षक, चार पार्टटाइम शिक्षक, एक लेखाकार, एक रसोइया, दो सहायक रसोइया, एक चौकीदार और एक चपरासी रखा जाएगा। इसी तरह 50 छात्राओं के लिए फुलटाइम और पार्टटाइम तीन-तीन शिक्षक व सहायक रसोइया एक तथा अन्य सभी पदों पर एक समान भर्तियां होंगी। भर्ती प्रक्रिया के लिए जिलाधिकारी से नामित एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। इसमें डायट प्राचार्य एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक वर्ग के तीन सदस्य, महिला समाख्या की एक प्रतिनिधि के साथ संबंधित जिले का बीएसए सदस्य सचिव होगा। उर्दू भाषा के लिए शिक्षक केवल अल्पसंख्यक क्षेत्रों में रखे जाएंगे। सभी पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष होगी और वार्डन के लिए न्यूनतम आयु सीमा 30 व अन्य पदों के लिए 25 वर्ष होगी। चयन प्रक्रिया के लिए 15 दिन के अंदर जिलेवार विज्ञापन निकाला जाएगा
News Sabhaar : अमर उजाला (30.7.13)


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