प्रशिक्षण पूरा किए बिना ही बीटीसी-2012 बैच के अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किए जाने के मामलों को परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने गंभीरता से लिया है। यह चेतावनी दी गई है कि यदि ऐसे मामले प्रकाश में आते हैं तो सारी जिम्मेदारी डायट के प्राचार्य की होगी।
इलाहाबाद : प्रशिक्षण पूरा किए बिना ही बीटीसी-2012 बैच के अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किए जाने के मामलों को परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने गंभीरता से लिया है। यह चेतावनी दी गई है कि यदि ऐसे मामले प्रकाश में आते हैं तो सारी जिम्मेदारी डायट के प्राचार्य की होगी। बीटीसी-2011 संघर्ष मोर्चा ने आरोप लगाया था कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) व निजी काल्जों की ओर से एनसीटीई के मानक पूरे न होने पर भी अभ्यर्थियों को चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जा रही है।