Wednesday, November 6, 2013

72825 Vacancy Case: एक बार फिर जगी उम्मीद




जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद
72 हजार 825 सहायक प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे अभ्यर्थियों में एक बार फिर उम्मीद जगी है। 7 नवंबर को हाईकोर्ट में अर्जेसी के आधार पर इस मामले की सुनवाई होगी। इसलिए माना जा रहा है कि नियुक्ति के लिए अदालत से अब राह प्रशस्त हो सकती है। सुनवाई के दौरान अपर महाधिवक्ता के भी अदालत में मौजूद रहने की पूरी संभावना है। अभ्यर्थियों के लिए राहत की बात यह है कि अदालत एस मामले को लेकर दाखिल सभी विशेष अपीलों की एक साथ सुनवाई करेगी।
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती विज्ञापन के बाद से ही तमाम अदालती विवादों में फंसती रही है। बसपा शासन में ही इसको लेकर अदालती दांव-पेंच शुरू हुए थे जो अब तक चल रहे हैं। सबसे पहले तो नियुक्ति का आधार क्या हो, इस पर ही बहस होती रही। अंतत: हाईकोर्ट ने व्यवस्था दी कि टीईटी नियुक्ति के लिए अनिवार्य है। बाद में चयन के लिए क्या मानक अपनाया जाए, इसको लेकर भी अदालत में विवाद गया। सरकार भी इसको लेकर उदासीन ही रही। 30 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा की खंडपीठ के समक्ष अपर महाधिवक्ता सीबी यादव उपस्थित न हो सके। इससे सुनवाई टालनी पड़ी।
अभ्यर्थियों की ओर से अधिवक्ता ने तब इस मामले को अर्जेसी के तहत अदालत से सुनने का अनुरोध किया। अंतत: अदालत ने महज एक हफ्ते बाद की ही तिथि निर्धारित कर दी। दूसरी ओर सरकार भी अब इन भर्तियों को जल्द शुरू करने के लिए फिक्रमंद नजर आ रही है। इसलिए अदालत में सुनवाई जल्द ही पूरी हो जाने के आसार हैं। इसके बाद नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
 


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टीजीटी-पीजीटी परीक्षा के लिए खुलेगी राह



जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद : अदालत के आदेश के बाद स्थगित हुई टीजीटी-पीजीटी परीक्षा के लिए भी जल्द ही राह बन सकती है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने कोर्ट में हलफनामा देकर यह जानकारी दे दी है कि परीक्षा में ओएमआर का सिस्टम क्या होगा। इसके साथ ही अदालती फैसले की परिधि में ही परीक्षा प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए अनुमति भी मांगी गई है। सूत्रों के अनुसार चयन बोर्ड ने साफ कर दिया है कि परीक्षा में दो ओएमआर शीट रहेगी जिसमें एक परीक्षार्थी अपने साथ ले जाएगा। इसके बाद दूसरी ओएमआर शीट की स्कैन करके उसे रिजल्ट तैयार करने वाली एजेंसी को भेजा जाएगा। ओएमआर की मुख्य शीट चयन बोर्ड दफ्तर में ही रहेगी। अदालत ने मुख्य रूप से यह सवाल उठाया था कि ओएमआर की शीट बोर्ड कार्यालय में सुरक्षित रखी जाती है या नहीं जिस पर चयन बोर्ड के अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके थे। हालांकि चयन बोर्ड के अधिकारी यह स्वीकार करते हैं कि थोड़ी सी लापरवाही की वजह से यह परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। यदि अदालत को सदस्यों के बारे में उठाए गए सवालों से आश्वस्त करते हुए परीक्षा कराने की अनुमति मांगी गई होती तो बोर्ड को मोहलत मिल सकती थी। अब हलफनामा में बोर्ड ने सदस्यों की नियुक्ति को लेकर उठे सवालों का जवाब भी दिया है।
 


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Rastriya Madhymik Shiksha Abhiyan News - प्रदेश में 226 स्कूलों को स्वीकृति मिली


RMSA : रमसा में मंडल को 23 स्कूलों की सौगात

Rastriya Madhymik Shiksha Abhiyan News -
सहारनपुर : राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान में मंडल को 23 स्कूलों की सौगात मिली है। इनमें सहारनपुर में 13 व मुजफ्फरनगर में 10 स्कूल हैं। जुलाई-2014 से स्कूलों का संचालन शुरू हो जाएगा। अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 226 स्कूलों को स्वीकृति मिली है। माना जा रहा है कि जल्द ही शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।

माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की कार्ययोजना तैयार की गई। प्रथम चरण में अभियान के अंतर्गत नए राजकीय स्कूलों को स्वीकृति व उनके निर्माण का काम प्रगति पर है। बता दें कि जिले में अभियान के तहत 16 स्कूलों का संचालन गत तीन वर्षो के दौरान शुरू हो चुका है। इसके अलावा पूर्व में संचालित स्कूलों को अवस्थापना सुविधाओं सहित पुस्तकालय, लैब आदि के विस्तारीकरण के लिए 25 से 50 हजार तक की वार्षिक ग्रांट उपलब्ध कराई गई। जिले को राजकीय स्कूलों से संतृप्त करने के साथ अभियान में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के लिए भी विस्तृत कार्ययोजना है।

मंडल में बनेंगे नए स्कूल

वित्त वर्ष 2013-14 के प्लान में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) में प्रदेश में 226 स्कूलों की स्वीकृति मिली है। सहारनपुर के विकासखंड नागल में कपूरी गोविंदपुर, शिवपुर, मुजफ्फराबाद में पटलोकर, भागूवाला, गंगोह में लखनौती, रंधेड़ी, चाहुंपुर, पुवांरका में सड़क दूधली, सरसावा में बुड्ढ़ाखेड़ा, सढ़ौली कदीम में मायापुर रूपपुर, नकुड़ में बाधी, देवबंद में ऊंचागांव, दिवालहेड़ी तथा मुजफ्फरनगर में सदर में जटमझहेरा, विकासखंड पुरकाजी में कासमपुर, जानसठ में जधेड़ी, तिसंग, खतौली में नवेला, बुढ़ाना में अटाली, मोहम्मदपुर रायसिंह, लोई, शाहपुर में जीवाना, ढि़ढावली में नए स्कूल बनेंगे। माना जा रहा है कि इन स्कूलों के लिए जल्द ही शिक्षकों व कर्मचारियों की भर्ती के लिए कार्यवाही शुरू हो जाएगी। एक स्कूल में पांच सहायक अध्यापक तथा एक-एक प्रधानाचार्य, लिपिक, लैब असिस्टेंट व चपरासी की तैनाती होगी।

अधिकारी कहिन

राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक अरिमर्दन सिंह गौर का कहना है कि स्वीकृत हुए नए स्कूलों का संचालन जुलाई-2014 से करने के निर्देश हैं। एक स्कूल के निर्माण का बजट 58.12 लाख रुपये है

News Sabhaar : Jagran ( 4.11.13)

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Railway Bumper Recruitment : रेलवे में 20,000 पद खाली, होगी बंपर भर्ती


Railway Bumper Recruitment : रेलवे में 20,000 पद खाली, होगी बंपर भर्ती

रेलवे में खाली पड़े पदों को जल्द भरने का अभियान शुरू करने जा रहा है। सरकारी नौकरी की चाहत में रेलवे रिक्रूटमेंट सेल के पास लगभग एक लाख बेरोजगारों के आवेदन पहुंचे हैं।

इतनी बड़ी परीक्षा को कराने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है। देहरादून में 27 अक्टूबर से आठ दिसंबर के बीच परीक्षा कराने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं

रेलवे में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। अब इनकी भर्ती की कवायद चल रही है। मंडल स्तर पर परीक्षाएं कराई जाएंगी। एडीआरएम हितेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि उत्तर रेलवे में भी बड़ी संख्या में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हुए हैं।

खाली पदों का आंकड़ा बीस हजार के आसपास माना जा रहा है, जिन्हें भरने की जिम्मेदारी रेलवे रिक्रूटमेंट सेल के पास है। पिछले दिनों आवेदन मांगे गए थे

जिसमें एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। इन सभी की परीक्षा देहरादून में कराई जाएगी। अभ्यर्थियों की बड़ी तादाद देखते हुए परीक्षा को पांच चरणों में बांटा गया है।

परीक्षा 27 अक्टूबर से आठ दिसंबर के बीच होगी। इसमें मंडल के सभी अधिकारियों की ड्यूटी लगेगी। इसके साथ ही रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की तैयारी कर रहा है।

जिससे जल्द ही अन्य पदों के लिए हजारों की संख्या में रिक्तियों पर आवेदन मांगे जाने हैं


News Sabhaar : Amar Ujala


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UPTET 29,334 पदों पर भर्ती की काउंसिलिंग जल्द

जूनियर हाईस्कूल के लिए गणित व विज्ञान के शिक्षकों की काउंसलिंग इसी माह शुरू करने की तैयारी है।

इसके लिए नेशनल इंफारमेटिक सेंटर (एनआईसी) से दीपावली की छुट्टियों के बाद पूरी सूची मांग ली गई है।

इसके आधार पर मेरिट जारी करते हुए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी और 31 दिसंबर तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय इस संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी करने वाला है। काउंसलिंग में आरक्षित और सामान्य वर्ग के दोगुना और नि:शक्त वर्ग के पांच गुना अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा।

प्रदेश में मौजूदा समय करीब 47 हजार उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। इसमें गणित व विज्ञान के 58,666 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। राज्य सरकार ने इसमें से आधे 29,334 पदों पर सीधी भर्ती और शेष बचने वाले पदों को पदोन्नति से भरने का निर्णय किया है

इसके आधार पर टीईटी व सीटीईटी पास बीएड वालों से आवेदन लिए गए हैं। आवेदन लेने की प्रक्रिया 11 अक्तूबर को पूरी हो चुकी है।

इन पदों पर भर्ती के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी होती, लेकिन उर्दू शिक्षकों के लिए कटऑफ जारी होने के चलते गणित व विज्ञान शिक्षकों की मेरिट सूची रोक दी गई।

विभागीय जानकारों की मानें तो एनआईसी जिलेवार आए आवेदनों के मिलान की प्रक्रिया पूरी कर चुका है। शीघ्र ही वह पूरा ब्यौरा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय इलाहाबाद को सौंप देगा।

इसके आधार पर परिषद कार्यालय जिलेवार सूची भेजेगा। सूची दीपावली के बाद कभी भी जारी की जा सकती है। इसे विभागीय वेबसाइट http://upbasiceduboard.gov.in पर देखा जा सकेगा।

काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, ताकि यह प्रक्रिया 31 दिसंबर तक पूरी हो जाए और शिक्षकों को नए साल में कार्यभार ग्रहण करा दिया जाएगा

News Sabhaar : Amar Ujala  / lucknow.amarujala.com( 3.11.2013)


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RMSA : रमसा में मंडल को 23 स्कूलों की सौगात

Rastriya Madhymik Shiksha Abhiyan News -
सहारनपुर : राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान में मंडल को 23 स्कूलों की सौगात मिली है। इनमें सहारनपुर में 13 व मुजफ्फरनगर में 10 स्कूल हैं। जुलाई-2014 से स्कूलों का संचालन शुरू हो जाएगा। अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 226 स्कूलों को स्वीकृति मिली है। माना जा रहा है कि जल्द ही शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।

माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की कार्ययोजना तैयार की गई। प्रथम चरण में अभियान के अंतर्गत नए राजकीय स्कूलों को स्वीकृति व उनके निर्माण का काम प्रगति पर है। बता दें कि जिले में अभियान के तहत 16 स्कूलों का संचालन गत तीन वर्षो के दौरान शुरू हो चुका है। इसके अलावा पूर्व में संचालित स्कूलों को अवस्थापना सुविधाओं सहित पुस्तकालय, लैब आदि के विस्तारीकरण के लिए 25 से 50 हजार तक की वार्षिक ग्रांट उपलब्ध कराई गई। जिले को राजकीय स्कूलों से संतृप्त करने के साथ अभियान में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के लिए भी विस्तृत कार्ययोजना है।

मंडल में बनेंगे नए स्कूल

वित्त वर्ष 2013-14 के प्लान में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) में प्रदेश में 226 स्कूलों की स्वीकृति मिली है। सहारनपुर के विकासखंड नागल में कपूरी गोविंदपुर, शिवपुर, मुजफ्फराबाद में पटलोकर, भागूवाला, गंगोह में लखनौती, रंधेड़ी, चाहुंपुर, पुवांरका में सड़क दूधली, सरसावा में बुड्ढ़ाखेड़ा, सढ़ौली कदीम में मायापुर रूपपुर, नकुड़ में बाधी, देवबंद में ऊंचागांव, दिवालहेड़ी तथा मुजफ्फरनगर में सदर में जटमझहेरा, विकासखंड पुरकाजी में कासमपुर, जानसठ में जधेड़ी, तिसंग, खतौली में नवेला, बुढ़ाना में अटाली, मोहम्मदपुर रायसिंह, लोई, शाहपुर में जीवाना, ढि़ढावली में नए स्कूल बनेंगे। माना जा रहा है कि इन स्कूलों के लिए जल्द ही शिक्षकों व कर्मचारियों की भर्ती के लिए कार्यवाही शुरू हो जाएगी। एक स्कूल में पांच सहायक अध्यापक तथा एक-एक प्रधानाचार्य, लिपिक, लैब असिस्टेंट व चपरासी की तैनाती होगी।

अधिकारी कहिन

राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक अरिमर्दन सिंह गौर का कहना है कि स्वीकृत हुए नए स्कूलों का संचालन जुलाई-2014 से करने के निर्देश हैं। एक स्कूल के निर्माण का बजट 58.12 लाख रुपये है

News Sabhaar : Jagran ( 4.11.13)


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Friday, November 1, 2013

अब मृतक आश्रितों को नियुक्ति के लिए बीटीसी व टीईटी पास होना जरूरी


इलाहाबाद। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि परिषदीय विद्यालयों में मृतक आश्रित कोटे से होने वाली नियुक्तियों के लिए आश्रित व्यक्ति को शिक्षक की पूरी योग्यता रखनी होगी। उन्होंने कहा कि मृतक आश्रित को भी बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और टीईटी पास होना होगा। अगर किसी मृतक आश्रित के पास शिक्षक या प्रधानाचार्य की योग्यता नहीं है तो उसकी नियुक्ति चतुर्थ श्रेणी में होगी लेकिन नियुक्ति से पहले यह भी देखा जाएगा कि विभाग में पद हैं या नहीं। अगर पद नहीं होगा तो उसको इंतजार करना होगा या अगर कई उम्मीदवार हैं तो वरिष्ठता क्रम से नियुक्ति होगी। यह नहीं होगा कि कोई कल आया है उसकी नियुक्ति पहले होगी और पहले वाले की बाद में। उल्लेखनीय है कि बेसिक शिक्षा परिषद में मृतक आश्रित की नियुक्ति के आये दिन कई मामले सामने रहे हैं।
 


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परीक्षा में विलम्ब बना आयोग के गले की फांस्

इलाहाबाद (एसएनबी)। उप्र लोक सेवा आयोग की लेटलतीफी उसके गले की फांस बन गयी है। तमाम अभ्यर्थियों ने इस आधार पर आयु सीमा में छूट देने की मांग की है कि यदि आयोग ने समय रहते परीक्षा करायी होती तो वे ओवरएज न होते। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आयोग की लेटलतीफी से अभ्यर्थियों के अवसर खोने को गंभीरता से लेते हुए सक्षम प्राधिकारी से आयु सीमा में छूट देने के मामले में दो माह में विचार कर निर्णय लेने को कहा है। कोर्ट ने सक्षम प्राधिकारी को 1992 की नियमावली के तहत जिन वर्षो में परीक्षा नहीं हुई, उस वर्ष की जुलाई माह में अधिकतम आयु सीमा तय करते समय लोक सेवा आयोग से विमर्श कर निर्णय लेने को कहा है। कोर्ट ने आयोग को आदेश दिया है कि जब तक सक्षम प्राधिकारी निर्णय नहीं लेते तब तक आयोग या तो ओवर एज हो चुके अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने दे अथवा निर्णय आने तक वर्ष 2008 व 2013 की अधीनस्थ सेवाभर्ती परीक्षा को टाले रखे। यह आदेश न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल ने श्रीप्रकाश श्रीवास्तव सहित कई अभ्यर्थियों की याचिकाओं को निस्तारित करते हुए दिया है। याचियों का कहना था कि 2005, 2006, 2007 में परीक्षा आयोजित न किये जाने के कारण उन्हें भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के अवसर पर वंचित किया गया। याचिकाओं में आयु के कटआफ डेट को चुनौती दी गयी। 2008 में 900 पदों की भर्ती होनी है। कोआपरेटिव सोसायटी एवं पंचायत के आडिटर लेखा परीक्षक की भर्ती होनी है। 2013 की परीक्षा में भी समान मुद्दा उठाये जाने के कारण सभी याचिकाओं की एक साथ सुनवाई हुई। न्यायालय ने तमाम नियमावलियों का हवाला देते हुए 1992 की नियमावली को प्रभावी करार दिया और कहा कि इसी नियमावली से आयु निर्धारण में छूट का निर्णय लिया जाए। आयु सीमा में छूट देने के मामले में दो माह में निर्णय लेने का निर्देश अधीनस्थ से वा भर्ती परीक्षा